पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे कटौती विरोध मे आवाज उठाने वालों को पुलिस ने ही गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के जवानों के ग्रेड पे कटौती के विरोध मे मुख्यमंत्री आवास कूच के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं को कोविड कर्फ्यू के उल्लंघन का हवाला देते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आधा दर्जन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद महामारी एक्ट मे मुकदमा दर्ज कर दिया। बाद मे कुछ घंटे देहरादून के आराघर चौकी मे बिठाने के बाद निजी मुचलकों पर रिहा कर दिया।
आज सीएम आवास कूच मे केंद्रीय खेल प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र रावत, होटल यूनियन अध्यक्ष सुमन बडोनी, लोकायुक्त आदोलन के संयोजक परमानंद बलोदी, युवा मोर्चा अध्यक्ष सीमा रावत, नगर अध्यक्ष अंकित घिल्डियाल, अनदीप नेगी, युवा मोर्चा के संगठन सचिव दिनेश नेगी,आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि इंसाफ मिलने तक काला मास्क ही पहनेंगे, तथा हम अपने जवानों के इंसाफ की लड़ाई जारी रखेंगे।
यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि पुलिस के हेड कांस्टेबल के प्रमोशन मे 4600 ग्रेड पे से कम किसी भी हालत मे स्वीकार नही किया जाएगा।
यूकेडी नेता शांति भट्ट ने कहा कि पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे कटौती के खिलाफ उत्तराखंड क्रांति दल लगातार पिछले तीन दिनों से आवाज उठाता रहा है, घंटाघर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी की मूर्ति के नीचे उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पिछले 3 दिनों से उपवास रख धरना दिया जा रहा था।
यूकेडी खेल प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र रावत ने कहा कि यदि सरकार जल्दी ही पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे कटौती का फैसला वापस नही लेती तो उत्तराखंड क्रांति दल कोरोना कर्फ्यू के बाद आंदोलन को तेज करेगा।
यूकेडी नेताओं इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया कि सत्ता धारी नेताओं पर कोविड कर्फ्यू लागू नही है और सरकार जनता की आवाज कुचलने के लिए महामारी एक्ट का दुरुपयोग कर रही है।