जैंती तहसील:-
सेल्टा चापड़:
गांव में पूर्व प्रधान द्वारा अपने कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को ठीक से न करने पर गांव के उम्मेद सिंह बर्गली ने उनकी शिकायत कर दी। यह मामला इन दिनों गांव में चर्चा का विषय है।निचले स्तर पर कार्यवाही न होने पर उम्मेद सिंह बर्गली ने कार्यों को लेकर सवाल उठाते हुए सीएम पोर्टल व पीएम पोर्टल पर शिकायत कर दी | शिकायत मिलते ही ब्लाक स्तर के अधिकारी हरकत में आए और प्रकरण की जांच चल रही है। शिकायत कर्ता ने कहा कि मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है यदि जब तक संतोषजनक कार्रवाई नहीं होती, तब तक वह ये लड़ाई लड़ते रहेंगे।
क्या है पूरा मामला:-
जैंती तहसील की ग्रामसभा सेल्टा चापड़ निवासी उम्मेद सिंह बर्गली ने खण्ड विकास अधिकारी, लमगड़ा को गत जुलाई माह में लिखित शिकायत दी थी, जिसमें इस गांव के पूर्व ग्राम प्रधान पान सिंह के कार्यकाल में स्वीकृत विकास कार्यों की जांच की मांग की गई। शिकायत में कहा गया है कि ग्रामसभा में 2014 से 2019 तक हुए विकास कार्यों का विवरण ऑनलाइन पोर्टल में तो दर्ज है, मगर धरातल से वे कार्य गायब हैं। उन्होंने शौचालाय निर्माण, पेयजल निर्माण, सीसी मार्ग निर्माण, भूमि सुधार, ग्रामीण आवास योजना, वित्त योजना, रोजगार गारंटी योजना एवं मनरेगा व राजस्व संबंधी कार्यों की जांच की मांग है।
शिकायत कर्ता उम्मेद सिंह बर्गली ने बताया कि खण्ड विकास अधिकारी लमगड़ा की ओर से समय पर कार्यवाही नहीं होने और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्हें सीपी ग्राम पोर्टल, सीएम पोर्टल, पीएम पोर्टल में अपनी शिकायत दर्ज करानी पड़ी। तब जाकर सीडीओ ने संज्ञान लेते हुए संबंधित अफसरों को निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए। गत सप्ताह एडीओ पंचायत लमगड़ा के नेतृत्व में एक टीम जांच के लिए गांव पहुंची और ग्रामवासियों खुली बैठक कराई। जिसमें शिकायतों को लेकर जमकर बहस हुई। इधर शिकायत कर्ता ने ग्राम व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। शिकायत कर्ता का कहना है कि जब तक मामले पर संतोषजनक कार्यवाही नहीं होती, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे बल्कि आवाज़ उठाते रहेंगे।
संबंधित अफसरों का बयान :- पूर्व में तैनात मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और कोई तथ्य को नहीं छिपाया जाएगा। जिला पंचायती राज अधिकारी गोपाल सिंह का कहना है कि गत सप्ताह टीम द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट जल्द आ जाएगी। ग्राम पंचायत अधिकारी कविता बिष्ट का कहना है कि यदि उन पर लगे आरोप झूठे साबित हुए, तो वह मानहानि का केस करेंगी।