देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के बीएससी नर्सिंग के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से आयोजित चार दिवसीय “फर्स्ट एड प्रशिक्षण कार्यक्रम” का समापन हर्षोल्लास के साथ हुआ इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा के महत्व और इसे प्रभावी ढंग से लागू करने की बारीकियों से अवगत कराना था।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने प्राथमिक चिकित्सा की तकनीकों के साथ-साथ उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों को न केवल सीखा, बल्कि संबंधित स्थानों रेड क्रॉस सोसाइटी का दौरा भी किया इस शैक्षिक यात्रा ने उन्हें अपने कौशल को व्यवहार में लाने का अद्वितीय अवसर प्रदान किया।
नर्सिंग की डीन सुमन वशिष्ठ ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरक शब्द कहे उन्होंने मानवता के मूल्यों को आत्मसात करने और नर्सिंग के पेशे में उत्कृष्टता प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया कार्यक्रम के संचालन में नवल पुंडीर, सहिदा बेगम और धीरज पराशर ने अहम भूमिका निभाई। उनके प्रभावी नेतृत्व और योजनाबद्ध गतिविधियों ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया और साथ हि बच्चो मे फर्स्ट एड के लिए जागरूकता बढ़ा दी ..!
प्रशिक्षण सत्र में न केवल छात्रों ने फर्स्ट एड के व्यावहारिक ज्ञान को प्राप्त किया, बल्कि उन्हें प्रैक्टिकल करके प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए इस दौरान मानव मूल्यों और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना पर विशेष चर्चा की गई छात्रों को यह भी सिखाया गया कि कैसे छोटे-छोटे प्रयासों से वे समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं इस विषय मे आशीष जी ओर सबाना जी जो रेड क्रॉस के सदस्य है उनके द्वारा ज्ञान भी दिया गया ,
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने रेड क्रॉस सोसाइटी के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में कई अभ्यास किए, जिनमें हृदय गति को पुनः शुरू करने की प्रक्रिया (सीपीआर), रक्तस्राव रोकने की तकनीकें और आपातकालीन परिस्थितियों में कार्य करने की विधियां शामिल थीं। इस अनुभव ने छात्रों को न केवल आत्मविश्वास दिया, बल्कि उन्हें समाज की सेवा के लिए प्रेरित किया।
चार दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने छात्रों को न केवल चिकित्सा क्षेत्र में दक्षता प्रदान की, बल्कि उनके व्यक्तित्व को भी निखारा। कार्यक्रम के समापन पर सभी छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और इसे अपने जीवन का एक यादगार अध्याय बताया।