जगदम्बा कोठारी
उत्तराखंड के पहाड़ी लोक संस्कृति और लोकगीतों की देश विदेश मे अलग ही पहचान है जिसे कि सम्मानजनक तौर पर पेश किया जाता है। वहीं कुछ कथित लोकगायक हमारी संस्कृति और लोक कला मे अर्मायदित शब्दों के साथ अश्लीलता परोसकर सस्ती व तुच्छ लोकप्रियता बटोरने का प्रयास कर रहे हैं।
अभी हाल ही मे ‘सूर्यांश प्रोड्क्शन’ नाम से एक यू-ट्यूब चैनल पर गढ़वाली गीत ‘चालू माल’ नाम के शीर्षक के साथ गीत का विवादित पोस्टर रिलीज हुआ है। गीत का शीर्षक ‘चालू माल’ तो है ही, आपत्तिजनक व साथ ही पोस्टर मे दिखायी गयी नायिका के परिधान भी निर्माताओं की तुच्छ मानसिकता को दर्शाने के लिए काफी हैं।
उससे भी बड़ी हैरानी की बात है कि पोस्टर पर लिखा है कि’ SPEICIALl FOR PUBLIC DEMAND’ मतलब कि दर्शकों की मांग पर चैनल इस गीत को जारी कर रहा है। पोस्टर के अनुसार गीत को आवाज देने वाले गायक का नाम सोबन कैंतुरा है और इसको सतेंद्र रावत नाम का व्यक्ति प्रोड्यूस कर रहा है।
इस फूहड़ यू-ट्यूब चैनल ने जबसे इस गीत का पोस्टर जारी किया है, उसी समय से सोशल मीडिया पर कुछ जागरुक लोगों ने गायक और निर्माताओं को आड़े हाथ लिया है।
सोशल मीडिया पर इस गीत के शीर्षक ‘चालू माल’ की जमकर आलोचना हो रही है। लोग इस गाने के शीर्षक और पोस्टर के विरूद्द तरह तरह की आपत्तियां देकर कमेंट कर रहे हैं।
‘पर्वतीय नाट्य मंच’ के संस्थापक व जाने माने लोककलाकार बलदेव राणा का कहना है कि सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए कुछ लोग गानों के इस प्रकार के टाइटल रखते हैं कि सोशल मीडिया पर लोग उनके गाने की चर्चा करें इससे उन्हे फ्री मे लोकप्रियता मिलती है, इन्ही लोगों की वजह से उत्तराखंड फिल्म इन्डस्ट्री घाटे मे चल रही है और सरकार को इन गायकों पर नकेल कसने का समय आ गया है। ऋषिकेश उक्रांद के नगर अध्यक्ष (युवा प्रकोष्ठ) मोहित डोभाल का कहना है कि “उक्रांद किसी भी हाल मे पहाड़ी संस्कृति से छेड़-छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगा।
गीत के निर्माता व गायक के खिलाफ कोतवाली मे मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है और सरकार ने यदि शीघ्र इस यू-ट्यूब चैनल और इस गवय्यै के खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं करी तो उत्तराखंड क्रांति दल को सड़कों पर उग्र आंदोलन करेगा जिसकी जवाबदेही सरकर की होगी।”