रिपोर्ट: आरती पुरोहित
उत्तराखंड में जल्द ही नकल को लेकर बड़ा कानून बनने जा रहा है, जिसके चलते अब नकल करने वाले परीक्षार्थियों को बड़ा अंजाम भुगतना पड़ सकता है।
चाहे बोर्ड परीक्षा हो या प्रतियोगी परीक्षा हर प्रकार की परीक्षाओं को लेकर अभ्यर्थी हमेशा से ही सजग होकर मेहनत करते आए हैं, जिसके परिणाम स्वरूप देश को कई गणमान्य व्यक्ति मिले हैं जो समाज कल्याण एवं देश के विकास में अपना पूरा योगदान दे रहे हैं। लेकिन समाज में कुछ ऐसे भी अभ्यर्थी मौजूद हैं जो नकल भरोसे परीक्षा कक्ष पहुंच जाते हैं। ऐसे अभ्यर्थी न केवल परीक्षा प्रक्रिया को दूषित करते हैं, अपितु मेहनत करने वालों के लिए भी परेशानियां खड़ी करते हैं।
इसी बात को मद्देनजर रखकर उत्तराखंड सरकार नकल को लेकर एक बड़ा कानून बनाने जा रही है, जिसमें अपराधियों और नकल में संलिप्त अभ्यर्थियों, दोनो को ही कड़ी सजा भुगतनी होगी।
कानून के प्रावधान के अनुसार अब नकल करने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी भर्ती परीक्षा में बैठने के अयोग्य माना जाएगा, जिसका मतलब की अब10 साल तक उन्हें किसी भी भर्ती परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध भी कठिन कार्यवाही की जाएगी साथ ही पकड़े जाने पर अपराधियों की संपत्ति जब्त और उम्रकैद की सजा भी दी जाएगी।
उत्तराखंड सरकार नकल को लेकर देश का सबसे सख्त कानून बनाने की तैयारी में है।