महीने से पहले परिवार के लिए जोरदार “लॉबिंग ” शुरू! उत्तराखंड के वित्त मंत्री रहे प्रकाश पंत की मृत्यु को एक माह भी नहीं बीता कि खाली सीट पिथौरागढ़ विधानसभा सीट से दावेदारी खुलकर सामने आने लगी है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता केदार दत्त जोशी द्वारा भाजपा के बड़े नेता शिव प्रकाश का नाम लेकर अपने लिए पिथौरागढ़ से दावेदारी का दिया गया बयान चर्चा में आया तो प्रकाश पन्त के परिजनों ने भी फील्डिंग लगानी शुरू कर दी है।
गोपू महर ने लगाई फील्डिंग
प्रकाश पंत के बहुत नजदीक रहे पिथौरागढ़ से एक दौर के बाहुबली गोपू महर ने प्रकाश पंत के छोटे भाई भूपेश पंत के लिए तेजी से लॉबिंग शुरू कर दी है। गोपू महर लंबे समय से प्रकाश चंद के “काम धाम” के साथी रहे हैं गोपू महर वही खास व्यक्ति है जिन्होंने प्रकाश पन्त की मृत्यु की खबर सबसे पहले सोशल मीडिया में सर्कुलेट की थी। गोपू महर इन दिनों लगातार प्रकाश पंत के भाई भूपेश पंत के लिए अपने और अपने खास लोगों के माध्यम से दिन रात फेसबुक पर माहौल बनाने में लगे हैं कि प्रकाश पंत की सीट के असली दावेदार वही हैं।
भाजपा पंत की पत्नी के पक्ष मे !
विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने श्रद्धांजलि भाषण में जिस प्रकार प्रकाश पंत की पत्नी के बारे में कहा कि पन्त की पत्नी बहुत मजबूत है, वो सम्भाल लेगी उससे तो संदेश यह जा रहा है कि त्रिवेंद्र रावत प्रकाश पंत की पत्नी श्रीमती चंद्रा पंत को पिथौरागढ़ से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। त्रिवेंद्र रावत के पास अवसर भी है कि अपने अनुसार टिकट दें। बाद में त्रिवेंद्र रावत की बात को मंत्री धन सिंह रावत ने भी सदन मे बल दिया। भाजपा के अधिकांश विधायकों का भी अब यही मानना है कि जो राय मुख्यमंत्री और धन सिंह रावत की है वही ठीक रहेगी। भाजपा इस सीट को लेकर इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि प्रचंड मोदी लहर मे प्रकाश मंत्र मात्र 2300 वोटों से जीत पाए थे ऐसे में प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत के लिए सहानुभूति का माहौल बनाया जा रहा है।प्रकाश पंत की मृत्यु के बाद जब उनका शव पिथौरागढ़ लाया गया तो श्रद्धांजलि सभा के सैकड़ों होर्डिंग दर्शा रहे थे कि आने वाले समय में इस सीट पर पंत की मृत्यु से उपजी सहानुभूति को ही आगे बढ़ाया जाएगा। यदि प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत को टिकट दिया जाता है तो उनके जीतने की संभावना अधिक बताई जा रही है।
सुरेश जोशी के समर्थक आशंकित
हालांकि भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी के साथ खड़े कैडर के लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं ऐसा करना कैडर के साथ भी धोखा होगा।
थराली फार्मूले पर भाजपा का दांव
प्रकाश पन्त की मृत्यु से पहले मगन लाल शाह की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी मुन्नी शाह को थराली से टिकट देकर जिताया गया। पिछली सरकार में मंत्री रहे सुरेंद्र राकेश की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी विधायक चुनकर आयी।
महिला विधायकों का अंकगणित
वर्तमान समय में कुल 6 महिला विधायक विधानसभा में हैं। कांग्रेस से ममता राकेश और इंदिरा हृदयेश तो भाजपा से रितु खंडूरी रेखा आर्य मीना गंगोला मुन्नी देवी विधायक है। सुरेन्द्र राकेश की मृत्यु के बाद पत्नी और भाई मे इतना संग्राम मचा कि दोनो वर्ष 2017 मे सुरेन्द्र राकेश की फोटो लेकर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लडे जिसमे ममता राकेश ने अपने देवर सुबोध राकेश को हराया। यह पहला अवसर है जब उत्तराखंड की 70 सीटों में से 6 सीटों पर महिलाएं हैं। मुख्यमंत्री की चंद्रा पंत को लड़ाने की गणित यदि परवान चढ़ी तो यह अंकगणित और अधिक बढ़ना तय है।