देहरादून, जून 2025:
श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन द्वारा संचालित एसजीआरआर पब्लिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों का वार्षिक अधिवेशन मंगलवार को देहरादून स्थित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभागार में संपन्न हुआ। अधिवेशन में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों से आए 100 से अधिक स्कूल प्रधानाचार्यों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का मुख्य विषय “प्रधानाचार्य: एक शैक्षणिक नेतृत्वकर्ता” रहा, जिसमें स्कूल नेतृत्व, शिक्षा नीति, वार्षिक शैक्षणिक योजना, लेखा व्यवस्था और तकनीकी दक्षता जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी मनीष अग्रवाल, एसजीआरआर एजुकेशन मिशन की आजीवन सदस्य वीना रावत, प्रबंधक विजय नौटियाल, शिक्षा अधिकारी विनय मोहन थपलियाल और अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर ब्रह्मलीन श्री महंत इन्दिरेश चरणदास जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
प्रमुख बिंदु:
- AI के युग में शिक्षकों की भूमिका:
मुख्य अतिथि मनीष अग्रवाल ने कहा कि आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा क्षेत्र के लिए एक नई चुनौती है। शिक्षकों को न केवल विषय ज्ञान में दक्ष होना चाहिए, बल्कि तकनीकी रूप से भी अपडेट रहना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि 10वीं की परीक्षा का परिणाम महत्वपूर्ण होता है, लेकिन यह जीवन का अंतिम मापदंड नहीं है। शिक्षकों को बच्चों को इस मानसिक दबाव से बाहर निकालने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। - शैक्षणिक नेतृत्व पर विशेष चर्चा:
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि वीना रावत ने कहा कि एसजीआरआर एजुकेशन मिशन के अध्यक्ष श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज के कुशल नेतृत्व में मिशन के स्कूलों को सही दिशा मिलती है। स्कूल के प्रधानाचार्य शिक्षण व प्रशासनिक जिम्मेदारियों का सफल समन्वय करते हैं। - विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतिकरण:
कार्यक्रम में कविता सिंह (तालाब), संदीपना जायसवाल (बॉम्बे बाग), डी.पी. विज्लवाण (गजरौला), जी.एस. तोमर (शिक्षा अधिकारी), विनय मोहन थपलियाल (शिक्षा अधिकारी) समेत कई वक्ताओं ने शैक्षणिक नेतृत्व, मूल्यांकन प्रणाली, लेखा प्रबंधन, ईएसआईसी व ईपीएफ जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। - लेखा विभाग पर विशेष मंथन:
एसजीआरआर स्कूलों के लेखा विभागों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने हेतु उत्तराखंड व बाहरी राज्यों के स्कूलों के शिक्षा अधिकारी व लेखा प्रमुखों के बीच विशेष बैठक आयोजित की गई।
कार्यक्रम का समापन एसजीआरआर पब्लिक स्कूल, ऋषिकेश के प्रधानाचार्य सुनील कोठारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर शिक्षा मिशन से जुड़े सभी पदाधिकारी, अधिकारी और प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
एसजीआरआर एजुकेशन मिशन का यह वार्षिक अधिवेशन शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि उन्हें शिक्षा की बदलती तकनीकी और व्यवस्थाओं के अनुरूप तैयार रहने की प्रेरणा भी मिली। AI युग में एक शिक्षक का अपडेटेड और नेतृत्वकारी होना अब समय की मांग बन गया है।