श्रीनगर गढ़वाल। लॉकडाउन के चलते एक जगह से दूसरी जगह बिना पास के जाने की सुविधा नहीं है । पर कभी कभी ये पास बीमार आदमी की जान पर भी भारी पड़ रहे हैं ।
ऐसे मौकों पर पुलिसकर्मियों को भी विवेक से काम लेने की आवश्यकता होनी चाहिए । ऐसे ही एक मामले में एक व्यक्ति की जान सिर्फ इसलिए चली गयी क्योंकि पास न होने के चलते उसे बीमार स्थिति में भी नजदीकी अस्पताल पहुंचाने की बजाय उसे पहले पास बनवाने के लिए कहा गया ,जिस कारण पास की प्रक्रिया पूरी करते करते ही व्यक्ति ने दम तोड़ दिया ।
श्रीनगर के बिलकेदार में अपनी बेटी और दामाद के साथ रह रहे 67 वर्षीय महावीर सिंह की कल 01 मई को अचानक तबियत खराब होने पर परिजन उनको संयुक्त अस्पताल में दिखाने के लिए जा रहे थे पर श्रीनगर स्थित पौडी चुंगी पर उन्हें यह कहकर रोक लिया गया कि बिना पास के नही जा सकते ।
ऐसे में उनको तहसील का रुख करना पड़ा , वो पास बनवाने के लिए फॉर्म भर ही रहे थे कि अचानक उनकी ज्यादा तबियत बिगड़ गयी , जिसपर एसडीएम ने तत्काल सयुंक्त अस्पताल से एम्बुलेंस और डॉक्टर बुलाये पर तब तक महावीर दम तोड़ चुके थे। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों द्वारा उन्हें मृत घोषित किया गया।