उत्तराखंड में हड़तालो का दौर जारी है और कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मुखर हैं। इसी क्रम में दिन 22.12.2021 से चल रही राजस्व कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन कलमवद्व हड़ताल आज भी जारी रही।
राजस्व कर्मियों की हड़ताल के कारण आये दिन ग्रामीण सुदूर क्षेत्र से आकर बिना कार्य कराए ही बैरंग लौट रहे हैं ,जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है।
राजस्व कर्मियों की हड़ताल के कारण आवश्यक प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र, स्थाई, उत्तरजीवी, हैसियत ,पर्वतीय ईडब्ल्यूएस(EWS) ,आन्दोलनकारी पहचान पत्र इत्यादि प्रमाण पत्र बन पा रहे हैं।
वर्तमान में कई भर्तिया भी गतिमान है,जिस कारण बेरोजगार युवाओ के आवेदन करने के बावजूद प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं।आवश्यक खसरा खतौनी भी निर्गत नहीं प्राप्त हो पा रही है, जिस कारण सरकारी योजनाओं से क्षेत्रवासी वंचित रह जाते हैं।
वर्तमान में पुलिस व्यवस्था ग्रामीण/छोटे शहरों की राम भरोसे चल रही हो ,फरयादी प्रार्थना पत्र तहसील में जमा कर रहे है,जिसपर कोई भी आवश्यक कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
रात दिन हम रा० नि/ रा०उ०नि० को फोन के जरिए समस्या बता रहे हैं, जिस पर हड़ताल के चलते हम
कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे है।अतिक्रमण एवं अवैध खनन की समस्या भी सामने आ रही है।
वर्तमान में चल रही भारत सरकार की भू- स्वामित्व की योजना का कार्य नहीं हो पा रहा है,जिसके कारण लोग स्वामित्व पाने से वंचित रह जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त अनेक कार्य प्रभावित हो रहे हैं।आगामी विधानसभा चुनाव भी शीघ्र होने हैं। हड़ताल की वजह से कुशलता प्रभावित हो रही है।
धरना गतिमान है और आगे भी मांगे न माने जाने पर धरना जारी रहेगा। संघ के द्वारा उक्त संबंध में धरना जारी रखने की चेतावनी भी दी गई है।
वर्तमान में सभी राजस्व कार्मिक तहसीलों से धरना प्रदर्शन में बैठे हैं तथा आज दिनांक 4/12/ 2021 को लगातार 14-15 दिनों से कुलदीप शाह राजस्व उप निरीक्षक, हरीश भंडारी राजस्व निरीक्षक, मोहन भंडारी राजस्व उप निरीक्षक, पुरुषोत्तम गुसाईं राजस्व निरीक्षक, सुरेंद्र लाल अनुसेवक ,कुंवर सिंह अनुसेवक, एवं अन्य राजस्व कर्मियों के समर्थन में सम्मानित जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।