मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत सीट पर उपचुनाव का दांव खेल सकते हैं।आपको बता दें कि सीएम बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को पहली बार अपनी संभावित सीट पर आए। इस दौरे से सीएम धामी जनता का मन टटोलते नजर आए।
सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने की इच्छा पहले ही कई विधायक जाहिर कर चुके है,जिनमें सबसे पहले चंपावत विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी थे और अब दुसरी बार मंच से गहतोड़ी ने फिर सीट छोड़ने की इच्छा जाहिर की।
जिससे तस्वीर साफ नजर आ रही है कि सीएम धामी चंपावत से ही उपचुनाव लड़ेंगे।
सीएम धामी ने मंच से चंपावत से जुड़े अपने संबंध जाहिर किये।
उन्होनें बताया कि मैं विधायक जी के प्रचार मे कई बार आया हूं और जनता ने हमारी भावनाओं की कद्र की है। मैं चंपावत कि जनता के लिए हमेशा तत्पर हूं, विधायक ने आप लोगों से जो वादे किए हैं वही पूरा करेंगे।
सीएम धामी ने मंच से कहा कि मैं चंपावत सीट से चुनाव लड़ता हूं तो यह मेरा सौभाग्य रहेगा और मां पूर्णागिरि का आशीर्वाद समझूंगा।
हालांकि उपचुनाव की बात को पार्टी हाईकमान के ऊपर डालते हुए कहा कि पार्टी हाईकमान जिस सीट से चुनाव लड़ने को कहेगी मैं उसी सीट से चुनाव लडूंगा।
आखिर क्यों लड़ेंगे सीएम धामी इस सीट से चुनाव ।क्या है खास?
देखा जाये तो चंपावत की सीएम धामी के लिए काफी अनुकूल मानी जा रही है।
1- चंपावत मात्र मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र और पुराने विधानसभा क्षेत्र से 12 किमी की दूरी पर है।
2- 51% मतदाता टनकपुर और बनबसा में है।
3- जातीय और क्षेत्रीय लिहाज से भी अनुकूल सीट है।
4- सीमांत क्षेत्र होने से फौजियों की अच्छी तादाद इस सीट से लाभदायक है। क्युंकि सैन्य परिवार भाजपा के परंपरागत वोटर है।
6- यह सीट 2017 और 2022 में भाजपा की झोली में बहुत अच्छे मतों से गई है।
इस तरह के तमाम कारण है,जिससे यह सीट सीएम पुष्कर सिंह धामी के उपचुनाव लड़ने के लिये सबसे अनुकूल मानी जा रही हैं ।