रिपोर्ट /हर्ष मनी उनियाल
युवा शक्ति सहयोग संगठन भिलंगना ने जनसेवा केंद्र घनसाली में आधार कार्ड बनवाने में एवम तत्पश्चात त्रुटि सुधार के नाम पर अवैध धन उगाही का आरोप लगाया है।
उन्होंने भौगौलिक परिस्थितियों के आधार पर जनसेवा केंद्र खोलने के संबंध में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा घनसाली में चल रहे आधार कार्ड केंद्र का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की।
युवा संघठन से जुड़े लोग स्टेट बैंक घनसाली शाखा मे चल रहे आधार केंद्र के बाहर ही बैठकर नारेबाजी कर रहे थे।
संगठन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने आरोप लगाते हुुए बताया कि आधारकार्ड बनाने में निर्धारित शुल्क से कई ज्यादा शुल्क कई समय से वसूला जा रहा है।यही नहीं आधार कार्ड बनवाने व सुधारीकरण के बाद आमजनमानस को फीस स्लिप उपलब्ध न करवाना ,आधारकार्ड बनवाने एवं सुधारीकरण हेतु 3-4 महीने बाद का समय दिया जा रहा है।
उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि नए आधार कार्ड बनाते समय संचालक द्वारा सोची समझी साजिश के तहत कंप्यूटर में जानकारी फीड करते समय कई त्रुटियां कर दी जाती है,जैसे महिला के स्थान पर पुरुष,पुरुष के जगह महिला,उम्र 17 के स्थान पर 71, पता में फेरबदल,फोटो में परिवर्तन इत्यादि किया जाता है,जिससे कि उन त्रुटियों में सुधार के लिए दूर-दराज से ग्राहक पुनः आता है।
ऐसे में निर्धारित शुल्क की जगह 100 से 200 रुपए की धनराशि वसूल की जाती है और एक दिन में लगभग 100,150,200 लोग रोजाना लाइन में लगे रहते हैं, जिसमें बहुत बार विरोध होता रहता है परंतु यही जवाब मिलता है की यही दर है एवं हम एक दिन में 30-40 आधारकार्ड ही बनाते हैं ।जबकि UIDAI एक ऑपरेटर या एक सिस्टम को 150 तक आधारकार्ड बनाने अथवा सुधारीकरण की अनुमति देता है ।
संगठन के संस्थापक नित्यानन्द कोठियाल ने बताया कि दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों (गंगी- पिंसवाड जैसे सीमांत क्षेत्र) से लोगों को इसी एक काम के लिए कई बार घनसाली आना पड़ता है।जिससे लोगों का अनावश्यक समय व धन की बरबादी होती है।
दूरस्थ क्षेत्रों से महिलाएं दिन भर अपने दुधमुंहे बच्चों के साथ कई-कई दिनों तक चक्कर काटती है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इनका एक काउंटर बैंक के अंदर और एक बैंक के बाहर ठीक सामने बना हुआ है जो लोगो से अवैध धन वसूली करता है ।
ऐसे में इस सब खेल में कई अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है जो कि एक जांच का विषय है।
संगठन से जुड़े लोगों ने मांग करते हुए तथा जनहित और जनमानस की व्यवस्था को देखते हुए की अधिकारी इसमें अपने स्तर से जांच कर उक्त जनसेवा संचालक के विरुद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाए तथा भौगौलिक परिस्थितियों को देख कर प्रत्येक पट्टी में जनसेवा आधारकार्ड केंद्र खोलने का कष्ट करें।
जिससे आमजन राहत महसूस कर सके साथ ही चेताया कि संघठन किसी भी शर्त पर आम जनमानस को होने वाली समस्याओं को बर्दाश्त नहीं करेगा , अन्यथा की स्थिति में संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा ।
संघठन से जुड़े युवा घनसाली स्टेट बैंक शाखा के बाहर ही धरने पर बैठे थे तथा इस मामले को लेकर जमकर नारेबाजी कर रहे थे जिसपर जांच हेतु केंद्र में पहुंचे तहसीलदार घनसाली को संगठन की ओर से एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
इस मौके पर सागर भट्ट , अक्षित रावत , आशीष जोशी , विनोद लाल, शशांक जोशी, नरेंद्र रावत , नीतीश चंद्र , नितिन राणा , सुमित जोशी , मयंक ,अश्वनी एवं अन्य दर्जनों पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।
वही इस मामले में इस आधार कार्ड केंद्र संचालक का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है तथा रोजाना हो रही भीड़ के चलते लोगों को अगला उपलब्ध दिन और समय दिया जा रहा है।
वही तहसीलदार घनसाली का इस मामले में कहना है कि अभी इस केंद्र की गतिविधि रोक दी गयी है।
वही इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इतने जटिल भौगौलिक परिस्थितियों वाली विधानसभा में आखिर एक ही आधार कार्ड केंद्र क्यों।
अगर यहाँ पर गड़बड़ी का आरोप लग रहा था तो ऐसे में बैंक शाखा प्रबधंक ने क्या भूमिका निभायी।
सवाल यह भी है कि आखिर गरीब जनता के हितों की बड़ी बड़ी बातें करने वाले जनप्रतिनिधि आखिर चुप क्यों है।