आज एचपी इंडिया कंपनी से निकाले जाने के बाद लगातार 81 दिन से धरने पर बैठे युवाओं ने हल्द्वानी तिकोनिया में डिवाइडर पर बैठकर बूट पॉलिश करी।
एचपी कंपनी रुद्रपुर सिडकुल स्थापित अपने प्लांट को बंद करने जा रही हैं, जिसके कारण 186 परमानेंट श्रमिको की नौकरी जा रही हैं, जिससे सभी शिक्षित युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
युवाओं का आरोप हैं कंपनी लगातार प्रॉफ़िट में चल रही हैं उसके बाद भी कंपनी के प्लांट बंद करने का कारण सिर्फ़ सब्सिडी हैं।
कंपनी ने पहले राज्य सरकार से सब्सिडी लेकर कमाई कर ली और अब जब सब्सिडी का समय ख़त्म हो गया तो हमारे भविष्य से खिलवाड़ कर प्लांट बंद करने का मन बना लिया।
श्रमिकों का कहना हैं राज्य सरकार अब भी आँखें बंद करें बैठे हैं जबकि राज्य सरकार को स्वतः हमारा संज्ञान लेना चाहिए था परंतु कई बार राज्य सरकार के अलग अलग विधायकों मंत्रियों से मिलने के बाद भी सरकार कोई सकारात्मक निर्णय लेने को तैयार नहीं,इससे पता चलता हैं राज्य सरकार अपने प्रदेश के युवाओं के प्रति कितनी ग़ैर जिम्मेदार हैं।
श्रमिकों ने एक आवाज़ में कहा हैं कि वह संघर्ष करते रहेंगे जबतक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता।
एचपी मजदूर संघ कई बार माननीय मुख्यमंत्री से मिल चुका पर उनकी समस्याओं का समाधान नही हुआ माननीय मुख्यमंत्री जी से बार बार यही जबाब मिलता है ये मामला मेरे संज्ञान में हैं।
एचपी मजदूर संघ के अध्यक्ष विनीत कपिल और महामंत्री भवान सिंह द्वारा बताया गया कि आंदोलन को अब और अधिक उग्र किया जाएगा,जिसमें सभी सिडकुल की अन्य यूनियन व बेरोजगारों को लेकर क्षेत्रीय मंत्री (कैबिनेट मंत्री)व मुख्यमंत्री का घेराव शामिल है।
आंदोलन को क्षेत्र के सभी सम्मानित व्यक्तियों का एच पी मजदूर संघ को समर्थन मिला उसके बाद मजदूर संघ के प्रतिनिधि एवं उपस्थित समर्थकों द्वारा यह अवगत कराया गया कि अगर भविष्य में किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी पुर्ण जिम्मेदारी एचपी प्रबंधन और सरकार की होगी।
आज एचपी मजदूर संघ को समर्थन देने वाले लोगों में पूर्व मण्डी समिति अध्यक्ष सुमित ह्रदयेश, इसरत अली,पहाड़ी आर्मी के सयोजक हरीश रावत , उक्रांद उपाध्यक्ष भुवन जोशी, राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक,सामाजिक कार्यकर्त्ता कार्तिक उपाध्याय, वंदे मातरम ग्रुप से शैलेंद्र दानू, यूथ कांग्रेस से विशाल भोजक, नर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जय,
गंगा सिंह,धीरेंद्र मेहरा,विनोद सुयाल, कमल,उमेश बचखेती उपाध्याय,मनोज पंतोला , विजेंद पवार, निर्मल पंत, प्रताप सिंह, नरेंद्र सनवाल,हरेंद्र बिष्ट एवं सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
सभी उपस्थित कर्मचारियों ने यह कहा कि वह तब तक आंदोलन करते रहेंगे जब तक शासन, प्रशासन और एचपी प्रबन्धन के द्वारा उनके प्रकरण का समाधान नहीं किया जाता। सभी गणमान्य लोगों ने कहा कि ये लड़ाई एचपी मजदूर संघ की नही बल्कि पूरे प्रदेश के बेरोजगारों को लड़ाई है।