मनोज नौडियाल
देहरादून। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित जमात से गुपचुप तरीके से उत्तराखंड आकर अपने-अपने इलाकों में पहुंचने से उत्तराखंड की नींद उड़ गई है। उक्त समारोह में शामिल कई लोगों में अब तक कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में इन जमातियों को ढूंढना और ये लोग किन-किन लोगों के संपर्क में आए, इसका पता लगाना चुनौती बन गया है।
इसी कड़ी में पौड़ी जिला प्रशासन की चौकसी के चलते अब तक 26 लोगों को चिन्हित कर दिया गया है। ये लोग अलग- अलग जमातों में शामिल हुए थे। लॉकडाउन के बावजूद पांच लोगों के जमात में शामिल होकर लौटने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल उन्हें श्रीनगर स्थित जीएमवीएन में कोरंटाइन किया जा रहा है।
उधर रुद्रपुर में भी 13 जमातियों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी सिटी देंवेंद्र पिंचा के अनुसार पूछताछ के बाद उन्हें जांच के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
इस्लाम के प्रचार के लिए दिल्ली और बिजनौर उत्तर प्रदेश से कोटद्वार पहुंचे जमातियों की सूचना से क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति है। प्रशासन ने दिल्ली और बिजनौर से कोटद्वार आये 33 जमातियों को क्वारंटाइन कर दिया है। हालांकि इन सभी लोगों में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नजर नहीं आया है। प्रशासन का कहना है कि ऐहतियात के तौर पर इन लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के अनुसार 25 फरवरी 2020 को दिल्ली से 10 लोगों की जमात कोटद्वार आई थी। इसके बाद 14 मार्च 2020 को 16 लोगों की दूसरी जमात नगीना बिजनौर उत्तर प्रदेश से कोटद्वार आई थी। यह सभी लोग लकड़ी पड़ाव स्थित मदनी और मदीना मस्जिद में रह रहे थे। इसके अलावा चांदपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश में जमात में शामिल होकर सात लोग कोटद्वार आये थे। जिसमें दो शहरी और पांच ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे है। उन्होंने बताया कि बुधवार को सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, लेकिन किसीमें भी कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाया गया। सुरक्षा की दृष्टि से 26 लोगों को पर्यटन विभाग के गेस्ट हाऊस कौडिय़ा और 7 लोगों को आयुर्वेदिक अस्पताल सिम्बलचौड़ में क्वारंटाइन कर दिया है। इनके स्वास्थ्य की जांच के लिए चिकित्सक भी तैनात किए गए हैं।
उत्तराखंड सरकार की ओर से भी सभी जिलों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कोटद्वार में भी प्रशासन अलर्ट हो गया है।
बताते चलें कि यूं तो अब तक उत्तराखंड से 34 लोगों के जमात में शामिल होने की बात सामने आ रही है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इनकी संख्या 500 से ज्यादा से भी अधिक हो सकती है। ये जमाती अलग-अलग जमातों में शामिल होने गए थे। बताया यह भी जा रहा कि इनमें सबसे अधिक 22 लोग हरिद्वार जिले के हैं। जबकि अल्मोड़ा से चार, नैनीताल से नौ और उत्तरकाशी से तीन लोग जमात में शामिल होकर उत्तराखंड लौटे हैं।