जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकी हमले में उत्तराखंड का लाल कैप्टन दीपक शहीद हो गए। 25 साल के कैप्टन दीपक सिंह उत्तराखंड के देहरादून जिले के रहने वाले थे।
बताया जा रहा है कि डोडा में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हुई थी। इसी गोलीबारी में कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में एक आतंकी के मारे जाने की सूचना भी है।
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों को आतंकियों के बारे में खुफिया इनपुट मिला था, जिसके बाद सुरक्षा बलों की टीम अस्सर के शिवगढ़ धार इलाके में आतंकियों की तलाश में निकली हुई थी। इसी बीच सुरक्षा बलों पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षों बलों की तरफ से भी गोलीबारी की गई।
मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह को भी एक गोली लगी, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे,जिन्हें आर्मी के हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा पाए।
कैप्टन दीपक साल 2020 में ही सेना में कमीशन हुए थे। कैप्टन दीपक का परिवार देहरादून के रेसकोर्स में रहता है। कैप्टन दीपक का पार्थिव शरीर गुरुवार 15 अगस्त को देहरादून पहुंच सकता है। कैप्टन दीपक के शहादत की खबर मिलने से बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
सीएम धामी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि डोडा जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैन्य भूमि उत्तराखण्ड के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह जी को कोटिशः नमन। मां भारती की सेवा में आपका ये बलिदान सदैव युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।