कुलदीप एस. राणा
सुदूर दक्षिणवर्ती राज्य केरल में आयी भयावह बाढ़ से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है, बच्चे, बूढ़े, जवान, स्त्री, पुरुष सभी जीवन संघर्ष कर रहे हंै, ऐसे में भारतीय सेना के 13 गढ़वाल राइफल के जवान पीडि़तों के लिए देवदूत साबित हो रहे हैं। 13 गढ़वाल राइफल जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक बाढ़ से जलमग्न क्षेत्रों से लगभग हजारों पीडि़तों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है।
कमांडिंग अफसर यशदीप सिन्हा के नेतृत्व में 13 गढ़वाल राइफल के जवानों की यूनिट मौत से जूझ रहे केरल वासियों को न सिर्फ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है, बल्कि उनमें जीने का जज्बा भी जगा रही है।
बताते चलें कि भयानक बाढ़ ने केरल को जलमग्न कर दिया है। साथ ही उनकी जीवनरेखा को भी तहस-नहस कर दिया है। सैकड़ों घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। स्थानीय जनता अपनी जान बचाने के लिए मकानों की छतों पर शरण लिए हुए हैं। एक तरफ घर का मोह है, दूसरी तरफ जीवन का संघर्ष, ऐसे में बाढ़ पीडि़तों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम देने में जुटे गढ़वाल राइफल के जवानों ने भाषा की दीवार को तोड़ते हुए सद्भाव व सुरक्षा मिसाल स्थापित कर रहे हैं।
13 गढ़वाल की यह यूनिट केरल के त्रिवेंद्रम में नियुक्त है, जहां बाढ़ ने सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। यूनिट के जवान रात दिन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। यूनिट द्वारा कई स्थानों पर राहत कैंप लगाए गए हैं, जहां बाढ़ पीडि़तों को भोजन, पानी की आपूर्ति के साथ-साथ घायलों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने में जुटे जवान रात दिन एक किये हुए हैं। राहत कार्य की इस मुहिम में ऑपरेशन कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल अरविन्द कुमार साथ कैप्टन रेशव जमवाल, नायब सूबेदार भरत सिंह, सूबेदार रणजीत सिंह, हवलदार विनोद, मनवर सिंह, जीतेन्द्र सिंह, कुलदीप सिंह सहित 13 गढ़वाल राइफल की यूनिट के समस्त जवान जुटे हुए हैं।