विनोद कोठियाल
पर्वतजन में ‘केदारनाथ आपदा में बर्बाद विधवा की बेटी पर भी बुरी नजर’ नामक शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद अब सेवा-टीएचडीसी ने उक्त महिला की मदद करने की पहल की है। उसका संपूर्ण इजाल एम्स में कराया जाएगा। साथ ही उसके रहने की व्यवस्था भी की जाएगी।
पाठकों को बता दें कि पर्वतजन न्यूज पोर्टल में उक्त खबर ४ जून २०१८ को प्रकाशित की गई थी। उक्त खबर में केदारनाथ आपदा का दंश झेल रही महिला और उसकी बेटी की पूरी दास्तां प्रकाशित की गई थी। जब यह खबर सीएसआर इकाई टिहरी द्वारा इसे २९ जून २०१८ को सेवा-टीएचडीसी सीएसआर के ग्रुप पर पोस्ट कर दिया। सेवा-टीएचडीसी के अध्यक्ष तथा टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अधिशासी निदेशक एच.एल. भारज ने इस खबर को पढ़ा तो उन्होंने मानवीय आदर्शों को अपनाते हुए तुरंत सीएसआर इकाई टिहरी को उक्त महिला को उनके गांव से लाकर उनका एम्स ऋषिकेश में पूरा इलाज कराने के मौखिक आदेश दे दिए।
उल्लेखनीय है कि उक्त महिला के पास वर्तमान में अपना कोई ठिकाना नहीं है। वह अपनी बेटी के साथ अपने किसी रिश्तेदार के पास रह रही है। २०१३ की आपदा से लेकर अब तक उक्त महिला व उसकी बेटी ने तरह-तरह की यातनाएं झेली। अगर इस खबर को पर्वतजन में प्रकाशित न किया जाता तो शायद उनको और अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता था। सेवा टीएचडीसी के अनुसार वह महिला अभी जहां भी रह रही है, उसे वहां से ऋषिकेश लाया जाना है। तत्पश्चात आल इंडिया मेडिकल इंस्टीट्यूट में उसका इलाज कराया जाएगा। उक्त कार्य मानवीय मूल्यों के संवद्र्धन के साथ-साथ आपदा पीडि़त से संबंधित है।
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महिला पर संपूर्ण इलाज सेवा-टीएचडीसी द्वारा वहन किया जाएगा। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने टीएचडीसी के इस कदम की सराहना की तथा अपेक्षा की है कि भविष्य में भी जरूरतमंदों के लिए टीएचडीसी इसी तरह काम करता रहेगा।