कुलदीप एस राणा
सूबे की चिकित्सा शिक्षा में मंगलवार को एक नया आयाम जुड़ गया। देहरादून मेडिकल कालेज की बहुप्रतीक्षित ओपीडी भवन का मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पण कर जनता को समर्पित कर दिया गया। हालांकि चुनावी आचार सहिंता की आपाधापी के कारण किया गया अधूरे भवन का लोकार्पण जनता के बीच काफी चर्चा में रहा। कार्यक्रम में नॉकरशाही व विभागीय अधिकारियों के चेहरे के भाव से स्पस्ट झलक रहा था कि उन्हें भी यह जल्दबाजी रास नहीं आ रही। जगह जगह दीवारों से झांकती सीलन व हरे पर्दे के पीछे छिपाए गए अधूरा निर्माण भवन कितना पूर्ण ओर जनता के लिये कितना सुरक्षित दिखा रहे थे। हवा के झोंके के कारण परदों के बार बार सरक जाने से जो दृश्य नज़र आ रहा था। वह खड़े निर्माण से जुड़े अधिकारियों को जैसे मुंह चिढाता प्रतीत हुआ।
चुनावी लाभ के दृष्टिगत जल्दबाजी में किये गए ओपीडी भवन के उक्त लोकार्पण से कितने वोट हासिल होँगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। हालांकि सरकार के दबाव में भवन निगम से जुड़ी कार्यदायी संस्था के नये प्रोजेक्ट मैनेजर डीएस राणा ने सूबे उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण निगम की छवि सुधारने की दिशा में भी किया प्रयास सफल होता प्रतीत रहा। नई ओपीडी बिल्डिंग के बन जाने से दून हॉस्पिटल पर पड़ने वाले मरीजों के लोड में कमी जरूर आ सकेगी, जिससे डॉक्टर्स को मरीजों के उपचार में सहूलियत मिल सकेगी।
भवन के लोकार्पण पर दून मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल प्रो.आशुतोष सायना ने बताया कि बिल्डिंग का निर्माण चरणबद्ध तरीके से पूर्ण करके जनता हेतु जल्द से जल्द शुरू किए जाने प्रयास किया जा रहा है। दो से तीन सप्ताह में बी ब्लॉक् का निर्माण भी पूर्ण हो जाएगा, जिससे हॉस्पिटल को काफी सहूलियत मिलेगी। कुछ दिन पूर्व चिकित्सा चयन बोर्ड द्वारा 88 असिस्टेंट प्रोफेसर्स का रिजल्ट घोषित होने से भी से मेडिकल कालेज को काफी राहत मिलने की गुंजाइश दिख रही है।