कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड में नैनीताल की जिला स्वास्थ्य अधिकारी (सी.एम.ओ.) भारती राणा ने महिला दिवस के रोज बड़ा बयान देते हुए कहा कि जिले के बेतालघाट में लिंगानुपात बढ़ने के पीछे परीक्षण केंद्र नहीं होना है। उनके कहने का साफ मतलब ये हुआ कि शहरों में बने अस्पतालों में गर्भपात होने की घटनाएं होती हैं।
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नैनीताल में महिला दिवस कार्यक्रम के दौरान नैनीताल जिले की सी.एम.ओ.भारती राणा ने कहा कि उन्हें लगता है की बेतालघाट क्षेत्र में कोई परीक्षण केंद्र(डायग्नोस्टिक सेंटर)नहीं हैं और लोग पुराना जीवन जी रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि जहां परीक्षण केंद्र हैं वहीं परीक्षण के बाद गर्भपात किया जाता है । उन्होंने कहा कि बेतालघाट में दूर दूर तक परीक्षण केंद्र नहीं हैं जिसके चलते लोग परीक्षण नहीं करा पाते हैं, और यही कारण है कि यहां प्राकृतिक रूप से लड़कियों का अनुपात लड़कों से अधिक है। कहा कि आशा कार्यकत्रियों का भी इसमें काम सराहनीय रहा है और यहां से गर्भपात के बहुत कम मामले सामने आए हैं।
परीक्षण और गर्भपात पर रोक लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हल्द्वानी और रामनगर के निजी और सरकारी अस्पतालों में ट्रैकर लगा दिए गए हैं। इन अस्पतालों में मुखबिर की सूचना पर तत्काल कार्यवाही की जाती है । उन्होंने कहा कि जिले में बीस प्रातिषत लड़कियों की बढ़ोतरी हुई है और अब 914 से बढ़कर 940 लड़कियां, लड़कों के अनुपात में हो गई हैं।