देहरादून नगर निगम में शामिल हुए नए वार्डों के पार्षद निगम की बेरुखी से नाराज होकर मेयर का घेराव करेंगे।
चंद्रबनी वार्ड ९१, आरकेडियाग्रांट प्रथम और आरकेडियाग्रांट द्वितीय वार्डों के लोग सफाई व्यवस्था को लेकर खासे परेशान हैं। आरोप है कि इन वार्डों में सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है। इन वार्डों के अलावा इस जोन में पडऩे वाले अन्य वार्डों में भी सफाई व्यवस्था बिल्कुल चौपट हो गई है।
चंद्रबनी वार्ड के पार्षद सुखवीर सिंह बुटोला कहते हैं कि इन नए वार्डों में दिए गए सफाई कर्मचारियों को भी नगर निगम की सफाई व्यवस्था का जिम्मा देख रहे अधिकारियों द्वारा पुराने वार्डों की सफाई में लगा दिया गया है। जिससे नए वार्डों में सफाई व्यवस्था ठप हो गई है। जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
पार्षद बुटोला ने यह भी बताया कि नगर निगम द्वारा नए वार्डों में जन्म, मृत्यु प्रमाणपत्रों के लिए भी ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। कई लोग प्रमाण पत्र न बनने के कारण इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। इसकी शिकायत क्षेत्रीय पार्षद के माध्यम से महापौर सुनील उनियाल गामा से भी की जा चुकी है, किंतु इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
उल्लेखनीय है कि देहरादून नगर निगम में पहले ६० वार्ड थे। इसमें ४० और वार्डों को शामिल करने के बाद अब यह संख्या १०० हो गई है, लेकिन जिस उद्देश्य को लेकर इन वार्डों को शामिल किया गया था, नगर निगम उस पर अभी तक खरा नहीं उतर पाया है।
चंद्रबनी वार्ड ९१ के पार्षद सुखवीर सिंह बुटोला, आरकेडियाग्रांट प्रथम वार्ड ९२ के पार्षद बीना रतूड़ी एवं आरकेडियाग्रांट द्वितीय वार्ड ९३ के पार्षद गोविंद गुसाई के साथ ही क्षेत्रीय जनता ने मांग की है कि यदि शीघ्र उनकी समस्याओं का समाधान न हुआ तो लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद नगर निगम के मेयर व अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। इसके अलावा ऐसे अधिकारियों को नगर निगम से हटाने की मांग भी की जाएगी।