गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी। डीएम उत्तरकाशी के अभिनव प्रयोग में मिशन जोशियाड़ा झील की अगली कड़ी की पटकथा लिखी जा चुकी है और जिसे धरातल पर साकार करने के लिए नगर के जाने माने आर्किटेक्ट कृष्णा कुड़ियाल भी दिन रात मेहनत में जुटे हैं।
उत्तरकाशी की जोशियाड़ा झील की विकास की अगली इबादत लिखी जा रही है। जोशियाड़ा और ज्ञानसू के बीच स्थित झील के चारों तरफ नैनीताल पैटर्न पर वोटिंग के अलावा सुंदर पार्किंग , व्यू पॉइंट हाट बाजार, वाटर पार्क , फन फ़ूड, फ़ूड कोर्ट और एम्फी थिएटर , फ्लोटिंग कैफे , एक्वेरियम आदि न सिर्फ पर्यटकों को रोमांचित करेंगे बल्कि राज्य सरकार के राजस्व में भी वृद्धि कर पाएंगे।
उत्तरकाशी जिले के DM डॉ आशीष कुमार चौहान ने गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत के साथ मिलकर नगर की जोशियाड़ा झील के सौंदर्यीकरण को लेकर जो मास्टर प्लान तैयार किया है, उसके बाद शहर की खूबसूरती में चार चांद लग जाएंगे। डीएम उत्तरकाशी ने बताया कि करीब 3 करोड़ की लागत से झील के चारों तरफ खाली मैदान को सुसज्जित कर सौन्दर्यकरण का कार्य किया जाना है, जिसके लिए उत्तरकाशी के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट कृष्णा कुड़ियाल से से वार्ता का दौर जारी है। आर्किटेक्ट कृष्णा कुड़ियाल ने बताया कि झील के जोशियाड़ा की तरफ से माल रोड और ज्ञानसू की तरफ से हैप्पीनेस रोड विकसित की जाएगी। उन्होंने बताया कि ज्ञानसू की तरफ से सिंचाई विभाग कार्यालय के बाद वोटिंग पॉइंट से हैप्पीनेस रूट शुरू होगी।
जिस-जिस में नगर पालिका अथवा जिला पंचायत की तरफ से एक पार्क भी निर्मित किया जाएगा । ओएनजीसी की सीएसआर मद से इसे निर्मित किया जाएगा। ज्ञानसू के पास स्थित शिव मंदिर को नैना देवी मंदिर की तर्ज पर फोकस करते हुए विकसित किया जाएगा। जिसके पास में एक फूड कोर्ट और एम्फी थिएटर बनाया जाएगा। यह खुला मंच स्थानीय संस्कृति एवं लोक कलाकारों को उनकी प्रतिभा निखारने का काम करेगा। मंदिर के पास ही हिल स्टेशन टाइप एक मार्केट निर्मित की जाएगी इसका स्वरूप कुछ हद तक देहरादून के तिब्बती मार्केट से मिलता-जुलता होगा ।थोड़ी-थोड़ी दूरी पर व्यू पॉइंट बनाए जाएंगे।
इसी तरह जोशियाड़ा की तरफ से बनने वाली माल रोड पर व्यू पॉइंट के साथ हाट बाजार बनाया जाएगा। इसमें लोकल फूड के साथ स्थानीय वेशभूषाओं में फोटोग्राफी इत्यादि की जा सकेंगी । कुछ दूरी पर वाटर पार्क और फन फूड और फूड कोर्ट बनाए जाएंगे। पास में ही एक मिनी जू निर्मित किया जाएगा जिसमें बतख, खरगोश और कई तरह की चिड़िया मौजूद रहेंगी।
झील का एक पूरा चक्कर 2 से 3 किलोमीटर का होगा जिसकी पूरी परिधि को बेहतर लैंडस्केप से सज्जित किया जाएगा। ज्ञानसू की तरफ एक मल्टी पर्पज पार्क होगा, जिसे बारात घर और हैलीपैड के रूप में जरूरत के मुताबिक इस्तेमाल किया जाएगा। इस पूरी योजना को न्यू लेक सिटी नाम दिया गया है, जिसमें कहीं भी कोई बड़े भवन निर्मित नहीं किए जाएंगे।
सड़कें प्रयाप्त चौड़ी रखी जाएंगी और उसमें निर्माण इस तरीके से होगा कि कहीं भी अतिक्रमण की गुंजाइश ना रहे। दोनों तरफ की सड़क पर पार्किंग भी निर्मित की जाएगी । सड़क की तरफ जल विद्युत निगम के पुराने टिन शेड के भवनों का लुक भी सुधारा जाएगा इसके अलावा ट्रक पार्किंग वाले स्थानों को व्यवस्थित कर टू व्हीलर और कारों के लिए पार्किंग निर्मित की जाएगी । डीएम उत्तरकाशी ने कहा कि जल विद्युत निगम से तीन करोड़ की लागत के साथ ओएनजीसी की सीएसआर मद से भी नगर के सौन्दर्यकरण के लिए धन प्राप्त होगा। आर्किटेक्ट से पूरे मास्टर प्लान पर डिस्कशन के बाद जल्द ही ग्रामीण निर्माण विभाग के माध्यम से टेंडर आमंत्रित कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
उम्मीद की जा रही है कि यात्रा काल तक सौंदर्यीकरण का लैंडस्केप बेसिक स्ट्रक्चर तैयार हो जाएगा। इसके बाद पीपीपी मोड पर यहां के वाटर पार्क और फन एंड फूड चलाए जाएंगे जिससे न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को भी झील के सुंदरता में सरोबार होने का मौका मिलेगा।