कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड में हल्द्वानी के नगर निगम ने पिछले पांच वर्षों में कूड़ा निस्तारण पर 82 करोड़ रुपया खर्च कर दिया जबकि कूड़ा हल्द्वानी से चंद किलोमीटर दूर गौलापार के ट्रेंचिंग ग्राउंड तक ही पहुँच सका है। नगर निगम कार्यालय से मांगी गई सूचना के आधार पर कूड़ा वाहनों के रख रखाव पर 5 वर्षों में खर्च होने वाली भारी भरकम 64 लाख से अधिक की धनराशि का खुलासा हुआ है। इतना ही नहीं इनके ईंधन में, इतने ही समय में कुल ₹81,99,36,000/=(इक्यासी करोड़, निन्यानब्बे लाख और छत्तीस हजार रुपये)का खर्च हुआ है।
सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत हल्द्वानी निवासी हेमंत गौनिया ने तीन जनवरी 2019 को नगर निगम में पत्र लिखकर निगम में प्रयुक्त होने वाली कूड़ा गाड़ियों के बारे में चार बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी। नगर निगम कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी ने 5 फरवरी 2019 को जवाब देकर आवेदक को बताया है कि नगर निगम हल्द्वानी- काठगोदाम में कुल 54 कूड़ा वाहन हैं। इन वाहनों ने पांच वर्षों में अनुमानित 1,46,000 टन कूड़ा उठाया है, जिसे गौलापार स्थित ट्रेन्चिंग ग्राउंड में डाला गया है। आर.टी.आई.के अंतर्गत बताया गया है कि इन 54 कूड़ा वाहनों में प्रतिदिन 130 लीटर ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है।
इसके साथ ही सूचना दी गई है कि इन गाड़ियों के कलपुर्जे और टायरों को बदलने में निम्नवत खर्च किया गया है :-
वर्ष 2013-14 —-₹6,75,985/=
वर्ष 2014-15 —-₹11,17,410.79/=
वर्ष 2015-16 —-₹23,70,777/=
वर्ष 2016-17 —-₹10,35,226/=
वर्ष 2017-18 —-₹12,20,661/=
कुल योग :- ₹64,20,059/=(चौंसठ लाख, बीस हजार और उनसठ रुपया)
नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराए गए इन आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच वर्षों में निगम की कूड़ा गाड़ियों में लगे कलपुर्जे और टायरों में कुल ₹64,20,059,/=(चौंसठ लाख, बीसहजार और उनसठ)रुपया खर्च किया गया है । जबकि इन पांच वर्षों में इन गाड़ियों में कुल 1,28,11,500/=(एक करोड़ अट्ठाइस लाख ग्यारह हजार और पांच सौ)लीटर ईंधन इस्तेमाल किया गया है।
हैरानी की बात ये है कि रखरखाव के इस खर्चे के अलावा इन गाड़ियों ने पिछले पांच वर्षों में ₹81,99,36,000/=(इक्यासी करोड़, नियानब्बे लाख और छत्तीस हजार रुपये)का ईंधन खर्च किया है । इन आंकड़ों के अनुसार केवल हल्द्वानी और काठगोदाम के कूड़े पर निगम ने ₹82करोड़,63 लाख56हजार59 रुपये का खर्च किया है और पूरा कूड़ा भी हल्द्वानी में ही जमा करके रख दिया है।