कुमार दुष्यंत
हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत अपनी विशेष कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं।वह जहां भी रहें अपने अलग काम करने के ढंग के कारण जनता में लोकप्रिय बन जाते हैं।
कल जब वह अचानक खेतों में रबी की फसल काट रहे मजदूरों के बीच पहुंचे तो इस सूटबूट धारी को खेतों के बीच देखकर हर कोई चौंक गया।
आईएएस दीपक रावत को सूबे के अति सक्रिय व ऊर्जावान अधिकारी के रुप में जाना जाता है।वह पिछले एक वर्ष से हरिद्वार में तैनात हैं।व अपनी कार्यशैली के कारण हरिद्वार की जनता के प्रिय बने हुए हैं।वह कभी भी कहीं भी छापा मारने या व्यवस्थाओं को जांचने के लिए पहुंच जाते हैं।गंगा प्रदूषण की बात हो या पॉलीथिन के इस्तेमाल की।स्कूलों द्वारा अभिभावकों के शोषण की सूचना हो या अवैध रुप से शराब बिक्री की।जनता से मिलने वाली किसी भी शिकायत पर वह तुरंत एक्शन मोड में आ जाते हैं।डीएम की इस सक्रियता के कारण लोग मानते हैं कि यह अधिकारी कभी भी कहीं भी काम को अंजाम देता हुआ दिखाई दे सकता है।
कल कुछ ऐसा ही हुआ जब डीएम अचानक हरिद्वार के सीतापुर ग्राम में गेंहूं की फसल काटने जा पहुंचे।किसान प्रेमसिंह के खेत में काम कर रहे मजदूरों से डीएम ने दरांती लेकर न केवल खेत से फसल ही उतारी।बल्कि स्वयं ही उसका दाना-दाना अलग कर वहां मौजूद सभी लोगों को चौंका दिया।खेतों में काम कर रहे मजदूर पहले तो सूटबूट वाले आदमी को कुशलता से किसानी का काम करते देख कौतुक से निहारते रहे।लेकिन जब उन्होंने अपने पीछे तहसीलदार व राजस्व अधिकारियों की भीड देखी तब उन्हें माजरा समझ आया ।
दरअसल मौका था हरिद्वार जनपद में रबी की औसत उपज का जायजा लेने का।जिसे जांचने के लिए जिलाधिकारी स्वयं ही खेतों में जा पहुंचे।
डीएम की अनूठी कार्य शैली की सर्वत्र चर्चा है।और जिले के लोगों में इससे , बेहतर कानून-व्यवस्था की उम्मीद जगी है।