विजिलेंस की खुली जांच के बाद दर्ज हुआ भ्रष्टाचार और जालसाजी का मुकदमा। इंदर रोड से विजिलेंस की टीम ने किया गिरफ्तार। 60 लाख से ज्यादा की गड़बड़ी की पुष्टि। कई फर्जी फर्म, खातों में कैश ट्रांसफर जैसे घपले आए सामने। विजिलेंस मिश्रा से कर रही पूछताछ। मिश्रा के कई ठिकानों पर विजिलेंस की तीन टीमें कर रही छापेमारी। विजिलेंस के निदेशक एडीजी राम सिंह मीना ने की गिरफ्तारी की पुष्टि। बोले जल्द होगा खुलासा।
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा को वित्तीय अनियमितताओं के चलते विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ विजिलेंस ने 2 सप्ताह पूर्व मुकदमा दर्ज किया था। आज उन्हें देहरादून से शाम 4:00 बजे गिरफ्तार कर लिया गया।
मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत भी गिरफ्तारी की गई है।
मिश्रा के खिलाफ 467, 468, 420, 120 बी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया था।
समाचार प्लस के सीईओ उमेश शर्मा द्वारा कराए गए स्टिंग में भी मृत्युंजय मिश्रा का नाम सुर्खियों में आया था। आयुष गौड़ ने इस प्रकरण में भी मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई थी।
सतर्कता ने बिठाई थी खुली जांच
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी वित्तीय अनियमितताओं के मामले में मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ जांच करने के लिए सेवानिवृत्त जस्टिस बीसी कांडपाल एकल सदस्यीय कमेटी बनाई थी जो कि अपरिहार्य कारणों से बाद में निरस्त कर दी गई थी।