दो दिन पहले पर्वतजन ने राजेंद्र सिंह रावत महाविद्यालय बड़कोट में शिक्षकों की कमी पर खबर प्रसारित की थी। जिसमें बताया गया कि किस प्रकार सीमांत जनपद उत्तरकाशी का उक्त महाविद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है।
एक वर्ष पहले महाविद्यालय को स्वयं का भवन तो मिल गया था, किंतु शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई और जो शिक्षक थे भी, वे एक-एक कर मैदानी इलाकों में स्थानांतरित हो गए। महाविद्यालय की स्थिति यह हो गई कि ८० प्रतिशत छात्र-छात्राएं या तो फेल हो गए थे या बैक पेपर देने को मजबूर थे।
इस बीच १३ सितंबर २०१८ को राजकीय महाविद्यालय बड़कोट में तैनात हिंदी के प्राध्यापक को भी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर स्थानांतरित कर दिया गया था।
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पर्वतजन द्वारा इस खबर को प्रकाशित करने के बाद यह मामला गर्माया तो चारों ओर आलोचना से घिरे उच्च शिक्षा मंत्री ने तत्काल बड़कोट महाविद्यालय के लिए ६ शिक्षकों की एक सूची जारी की। जिसके तहत अब कालेज को राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित के शिक्षकों हेतु एक सूची तैयार कर दी गई है।
जिसके तहत अब राजकीय महाविद्यालय बड़कोट में खाली पद भरे जाने हैं। क्षेत्र की जनता ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का इस बात को लेकर धन्यवाद भी दिया है कि मंत्री ने खाली पद भरकर अब छात्र-छात्राओं के लिए आस जगाने का काम किया है।