राकेश तोमर उत्तराखंडी
केदारनाथ मंदिर के अप्रैल 29 को कपाट खुलने थे तो तमाम श्रद्धालुओं की तरह माधुरी देवी भी वाराणसी पुंछविहार कॉलोनी से यात्रा पर आयी थी।
वह पैदल 16किलो मीटर खड़ी चढाई चढ़कर अपना हेंडबैग कहीं भूल गई। लेकिन उत्तराखंड पुलिस ने कर्तव्य निष्ठा तथा इमानदारी की मिसाल पेश की व काफी खोजबीन करके खोया बैग तथा उसमें रखी ज्वैलरी के साथ ही 25000रू वापस लौटाये।
हालांकि इससे पहले ही जनपद मे मेजबानी संभाल रहे मंगलेश घिल्डियाल ( जिलाधिकारी) ने आश्वासन दे दिया था कि यदि बैग नही मिलता तो “आपको घर तक हम छोड़ कर आयेंगे।” मगर बैग मिलने पर जिलाधिकारी ने भी पुलिस की सराहना की।
अपनी अंगूठियां, चेन तक बेचने की लोगों से गुहार लगाई मगर स्थानीय लोगों ने इसके उलट 200 व 300 रुपए की मदद की। सुकून से महिला ने रात काटी तथा अगले दिन दोपहर 12 बजे महिला का सारा खोया सामान भी मिल गया।
बैग मिलने के बाद महिला ने देवभूमि के लोगों की ईमानदारी व सहयोग सराहना की।