इसलिए पहनते हैं काला चश्मा
खनन की खन-खन हर सरकार में चलती रही है। यह एक इतना बड़ा समुद्र है कि जो भी डूबा कुछ न कुछ लेकर गया। उत्तराखंड की सरकार खनन से राजस्व कमाने के तमाम दावे भले ही कर रही हो, किंतु डोईवाला तहसील प्रशासन और डोईवाला पुलिस के रिकार्ड के अनुसार मुख्यमंत्री की विधानसभा डोईवाला में अभी भी अवैध खनन जोरों पर है। कई बार तहसील प्रशासन व पुलिस के संयुक्त अभियान चलाकर अवैध खनन, ओवर लोडिंग में चालान भी किए गए, किंतु उसके बावजूद अवैध खनन बदस्तूर जारी है।
डोईवाला की सौंग, सुसवा नदी अवैध खनन का सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरी है। इस नदी के चारों ओर कृषि कार्यों के लिए खरीदे गए टै्रक्टरों से अवैध खनन अपने चरम पर हैै। कई बार कोतवाली निरीक्षक, एसपी देहात, तहसीलदार, एसडीएम जैसे अधिकारियों ने कड़ी कार्यवाही करने की कोशिश की, किंतु जब तक कार्यवाही को अंजाम दिया जाता, मुख्यमंत्री की जगह काम संभाल रहे मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पंवार कार्यवाही में आड़े आ जाते हैं। कई बार तो ऐसे वाकये हो गए हैं कि अवैध खनन वाले टै्रक्टर पुलिस चौकी और थाने से ओएसडी का फोन आने पर छोडऩे पड़ते हैं।
इसी प्रकार का एक वाकया पिछले सप्ताह हुआ। इससे पहले कि अवैध खनन में लगे ट्रैक्टरों पर जुर्माना लगता या उन्हें सीज किया जाता, ओएसडी धीरेंद्र पंवार का फोन आ गया कि मुख्यमंत्री की विधानसभा में इस प्रकार की कार्यवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यवाही करने वाले अफसरों ने जब यह बताया कि इससे राजस्व की हानि होगी कि ओएसडी का जवाब था कि उन्हें जो भी कार्यवाही करनी है, डोईवाला विधानसभा से बाहर करें। ओएसडी धीरेंद्र पंवार ने कार्यवाही करने वालों को फार्मूला बताया कि डोईवाला विधानसभा में घूमतेे हुए अपनी आंखों में काला चश्मा लगाकर घूमें, यही उनके लिए बेहतर होगा।
मुख्यमंत्री की जगह डोईवाला में छाए ओएसडी धीरेंद्र पंवार से भाजपा के लोग भी परेशान हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक कार्यकर्ता ने बताया कि धीरेंद्र पंवार हर दिन जिन कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि बनकर जाते हैं, वहां 11,000 से लेकर 21,000 रुपये तक देते हैं और वह सारा ख़र्चा इसी खनन से आता है।
डिजिटल इंडिया के इस दौर में ओएसडी साहब भूल गए कि कार्यवाही करने वाले लोगों के पास भी स्मार्ट फोन हैं, जिसमें कॉल रिकार्डिंग की भी व्यवस्था है।
बहरहाल, डोईवाला विधानसभा में ओएसडी धीरेंद्र पंवार द्वारा जीरो टोलरेंस की सरकार में काला चश्मा पहनने की हिदायत की जोरदार चर्चा हैै।