मैनेज होते मीडिया के लिए नया फ़ार्मूला :देश भर की भाँति देवभूमि उत्तराखंड में मीडिया मैनेजमेंट पर सरकार का पूरा फ़ोकस है।
एक साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में मीडिया से सकारात्मक ख़बरें छपवाने की अपेक्षा में सरकार ने जहां एक ओर करोड़ों रूपए के विज्ञापन तैयार कर बाँटने शुरू कर दिए वहीं दूसरी ओर बड़े बड़े मीडिया हाउस कहे जाने वाले मीडिया मालिकों को ख़ुश करने और साल भर के कार्यकाल पर सिर्फ़ अच्छी-अच्छी ख़बरें चलवाने के लिए ‘डिनर विद कोकटेल’ का आयोजन चल रहा है।
यह सारा मैनेजमेन्ट आम आदमी के टैक्स के पैसे और बाजार से उठाए गए कर्ज पर हो रहा है।
9 मार्च को होटल पैसेफ़िक देहरादून में इसी क्रम में ‘डिनर विद कोकटेल’ का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मीडिया मैनेजरों की अगुवाई में इस बार हिंदुस्तान अख़बार के पत्रकारों को यह रात्रि भोज दिया गया।
हिंदुस्तान अख़बार के देहरादून में काम करने वाले ब्यूरो की टीम तय समय से दस मिनट पहले ही होटेल पैसिफ़िक पहुँच गयी।
इसके बाद सूप के साथ सरकार के पक्ष में क्या-क्या छापना है इस पर हिंदुस्तान के पत्रकारों को समझाया गया। फिर अच्छे ब्राण्ड की शराब फ़िश कटलेट के साथ सर्व की गयी। साथ ही साथ सरकार के कामों की ख़बरें और हेडलाइन पर बौद्धिक चलता रहा।
बीच-बीच में कुछ पत्रकार जब हेड लाइन पर अपनी राय देने लगे तो आयोजकों ने समझाया की हेड्लाइन भी सरकार की पसंद की होनी चाहिए।
चौथे राउंड के पेग के साथ डिनर का मेन कोर्स भी शुरू हो गया। बहकती बातें, लुढ़कते गिलासों के बीच “दिल्ली में नरेंद्र उत्तराखंड में त्रिवेंद्र “ के स्लोगन विषय पर ख़ूब चर्चा छिड़ी। रात के बारह बजे तक चले इस शानदार डिनर में किसी स्टिंग की आशंका में मीडिया मैनेजरों ने खुद भोजन नहीं किया और बताया कि आज उनका व्रत था, इसीलिए पहले ही पूजा पाठ कर भोजन कर आए।
इस कोकटेल से एक हफ़्ते पहले इसी प्रकार का सहभोज अमर उजाला अख़बार के पत्रकारों को दिया गया।
तीसरे राउंड में दैनिक जागरण की बारी है। साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का मेन्यू भी तारीख़ के साथ तय है । एक साल के कार्यकाल पर आलोचना से बचने और विजन डॉक्यूमेंट पर खरा न उतरने के बाद कोकटेल पार्टी वास्तव में अनोखी है। और अनोखे प्रयोग के कारण चर्चा में है।