कृष्णा बिष्ट
भाजपा जनता पार्टी को सत्ता में आए अभी एक साल भी नहीं हुआ है कि भाजपा के नेता जगह-जगह गुंडागर्दी पर उतर आए हैं।
ताजा मामला हल्द्वानी के एक पेट्रोल पंप के दलित कर्मचारी को भाजपा नेता दीपक जोशी द्वारा पीटे जाने का है।
किशोर कुमार कोहली अनुसूचित जाति का है और हल्द्वानी के काठगोदाम स्थित नारीमन पेट्रोल पंप में कर्मचारी है। उत्तराखंड में भाजपा दलित वोट बैंक को लुभाने के लिए जमीन आसमान एक कर रही है किंतु हकीकत यह है कि भाजपा नेताओं द्वारा दलित व्यक्ति लात घूसों से पीटे जा रहे हैं।
उत्तराखंड पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लेने के बजाय भाजपा से जुड़ा मामला होने के कारण एनसीआर मे ही मुकदमा दर्ज किया। जाहिर है कि इससे दलित उत्पीड़न को तथा भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी को बढ़ावा मिलेगा इस घटना से यह बात साफ होती है कि उत्तराखंड के पुलिस अधिकारी आरामदायक और मलाईदार जगहों पर टिके रहने के लिए भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं।
हुआ यूं कि 27 अप्रैल की शाम लगभग 8:00 बजे दीपक जोशी नाम का भाजपा नेता पेट्रोल पंप पर आया। किशोर कुमार कोहली उसकी गाड़ी में हवा भर रहे थे।
अभी उन्होंने तीसरे टायर में ही हवा भरना शुरू किया था कि अचानक दीपक जोशी ने उसे गाल और सर पर निर्मम तरीके से मारना शुरू कर दिया और किसी धारदार वस्तु से भी उसके सर को घायल कर दिया।
यही नहीं, दीपक जोशी की क्रूरता यहीं नहीं रुकी। जोशी ने इस कर्मचारी को जमीन पर लिटा कर जूतों से भी मारा। मार खाकर किशोर कुमार कोहली बेहोश हो गए। जब उन्हें होश आया तो उन्हें हल्द्वानी सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय जाकर अपना इलाज कराना पड़ा। उनके सर में कई टांके लगाने पड़ गए। श्री कोहली ने अपना मेडिकल कराया और रात लगभग 10:00 बजे तक दीपक जोशी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट काठगोदाम थाने में कराने के लिए एक तहरीर भी दे दी।
नैनीताल के भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट से जब भाजपा नेता की इस करतूत के बारे में जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि भाजपा में कई दीपक जोशी हैं, अतः वह पहले इस प्रकरण की पूरी जानकारी ले लेंगे तभी कुछ कह सकते हैं। भाजपा नेता दीपक जोशी से मोबाइल पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन उसने फोन नहीं उठाया।
हालांकि काठगोदाम थाना पुलिस के थानेदार कमाल हसन खान ने इसकी पुष्टि की है कि दीपक जोशी को गिरफ्तार कर दिया है और उसे न्यायालय में पेश किया जा रहा है। दीपक जोशी के खिलाफ एनसीआर मे धारा 323 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जाहिर है कि एसडीएम न्यायालय में पेश होते ही इसकी जमानत हो जाएगी, किंतु बड़ा सवाल यह है कि किसी भी व्यक्ति को इस तरह से पीटा जाना क्या वाकई इस बात पर मोहर लगाता है कि भाजपा के कार्यकर्ता सत्ता के नशे में दिन-ब-दिन चूर होते जा रहे हैं !