नीरज उत्तराखण्डी
जनपद उत्तरकाशी के विकास खण्ड पुरोला के सर बडियार क्षेत्र का सीमांत गांव डिगाडी में निवासी कर रहे 35 परिवार पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। जल संस्थान की लापरवाही तथा गैरजिम्मेदारी के जलते ग्रामीण महिलाएं 200 मीटर दूर से पीठ पर पानी ढोने को मजबूर है । सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश रावत ने कहा कि विभाग को कई पर पेयजल की समस्या से अवगत कराया गया लेकिन विभाग ने कोई सुनाई नहीं की। विभाग की उदासीनता तथा लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है । आलम यह है कि पेयजल लाइन जगह-जगह क्षतिग्रस्त है।टैंक जीर्ण-शीर्ण हालत में है ।पेयजल आपूर्ति पूर्ण रूप से बाधित है ।लेकिन विभाग कान में रूई ठूंसे बहरा बन बैठा है।
इस संबंध में जब जल संस्थान के सहायक अभियंता एसएस रावत से पूछा गया तो उनका कहना है कि जिला प्लान में पेयजल लाइन को दुरूस्त करने के लिए जिला योजना में प्राक्कलन भेजा गया है धन उपलब्ध होते ही मरम्मत का काम शुरू कर दिया जायेगा ।
कैलाश रावत ने कहा कि पेयजल की समस्या से जनप्रतिनिधियों को भी कई दफा अवगत कराये जाने के बाद भी किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया ।जन प्रतिनिधि महज वोट मांगने आते है । ग्रामीणों की समस्याओं से उन्हें कोई सरोकार नहीं है ।