डबल इंजन की सरकार में मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए सरकारी सूचना विभाग के साथ-साथ मुख्यमंत्री के साथ एक बड़ी टीम काम कर रही है, जो मुख्यमंत्री की पल-पल की खबरों को सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रोनिक व प्रिंट मीडिया को भेजती है। मुख्यमंत्री अगले दिन किन कार्यक्रमों में शामिल होंगे, किन लोगों से मिलेंगे, सभी कुछ बहुत पहले तय हो जाता है।
मुख्यमंत्री किसी अस्पताल में मरीज से मिलने जाएं, किसी पुस्तक का विमोचन करने जाएं, कहीं चाय पीने जाएं, पल-पल की खबरें अपडेट की जाती है। इसके बावजूद २४ फरवरी २०१८ का मुख्यमंत्री का एक कार्यक्रम की खबर को दबा दिया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने सलाहकार के.एस. पंवार के सोशल पॉलीगॉन टावर के कार्यालय का उद्घाटन करने गए।
पॉलीगॉन ग्रुप ऑफ कंपनीज, जिसके अंतर्गत तकरीबन एक दर्जन कंपनियां काम करती हैं, के कार्यालय का उद्घाटन करने जब मुख्यमंत्री अपनी टीम के साथ उद्घाटन करने गए और विधिवत रूप से उसका उद्घाटन भी किया तो आखिरकार कार्यक्रम को छुपाने की क्या आवश्यकता पड़ी, इस बारे में मुख्यमंत्री की टीम से लेकर सभी लोग मौन साध गए।
एक ओर सरकार उत्तराखंड में निवेश बढ़ाने के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर औद्योगिक सलाहकार की खबर पर सरकार का मौन रहना कहीं न कहीं संदेह पैदा करता है कि आखिरकार ऐसी क्या बात हो गई कि सरकार को यह खबर दबानी पड़ी। यदि निवेश को बढ़ाने की वास्तव में सरकार की मंशा है तो इस प्रकार के राजदार कार्यक्रम करने का क्या अर्थ है? आखिर ऐसा कौन सा डर डबल इंजन की सरकार के भीतर व्याप्त था कि खबर को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। देर-सबेर इस तरह के सवाल उठने लाजिमी है।