पर्वतजन की एक्सक्लूसिव खबर के बाद जब इस बात की आलोचना होने लगी कि धुमाकोट प्रकरण मे कार्रवाई करने के नाम पर पौड़ी के संभागीय परिवहन अधिकारी को देहरादून लाया गया है और यह धुमाकोट हादसे के बाद की कार्रवाई के बजाय एक इनाम लग रहा है तो इसे रूटीन ट्रांसफर बताने के लिए देहरादून, पौड़ी के आरटीओ के बाद परिवहन विभाग में कुछ और तबादले किए गए। देर शाम एक और लिस्ट जारी की गई ।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी नंद किशोर को ऊधमसिंहनगर से पिथौरागढ़ भेजा गया तथा सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी पूजा नयाल को बागेश्वर से ऊधमसिंहनगर भेजा गया। इनके अलावा 40 और कर्मचारियों की मुख्यालय स्तर से तबादले की एक और लिस्ट जारी कर दी गई इसमें भी कई स्थानांतरण में ट्रांसफर एक्ट का भी उल्लंघन किया गया।
उत्तरा प्रकरण और धुमाकोट बस हादसे के बाद सरकार अपनी तेजी से गिरती छवि के न प्रति काफी सजग हो गई है तथा जनता की प्रतिक्रिया का तुरंत संज्ञान ले रही है। पर्वतजन के पाठकों से यही अनुरोध है कि आप जनहित की खबरों पर तत्काल अपनी राय व्यक्त करें ताकि हमारी सरकार समय रहते अपने फैसलों मे संशोधन कर सके। भले ही सरकार ने यह नई लिस्ट पिछली लिस्ट को सामान्य ठहराने के लिए जारी की हो लेकिन यह इस बात की तस्दीक करती है कि सरकार अब जन भावनाओं के प्रति सतर्क हो गई है।
आखिर यह राज्य हम सबका है और हम सबसे पहले उत्तराखंड है। दलगत राजनीति, क्षेत्र,धार्मिक और जातिगत मान्यताओं से ऊपर उठकर हमे अपने राज्य को संवारना है।