मेजर चित्रेश बिष्ट के सर्वोच्च बलिदान के बाद उनकी चिता को मुखाग्नि देने से पहले एक और अशुभ समाचार आया है। चित्रेश की शहादत के अगले ही दिन रविवार रात को पुलवामा के पिंगलिन क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में मेजर विभूति ढौंडियाल सहित चार सिपाही शहीद हो गए। जम्मू में सोमवार सुबह आतंकियों से मुठभेड़ में देहरादून नेश्विवला रोड के डंगवाल मार्ग निवासी 55 आरआर के 31 वर्षीय मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहीद हो गये। तीन बहनों के इकलौते भाई थे विभूति। डेढ साल पहले ही हुई थी शादी। पिताजी स्व. केएन ढौडियाल सीडीओ आफिस में थे। घर में अभी दादी व मां मौजूद हैं।
मेजर तथा चारों सिपाही 55 राष्ट्रीय राइफल से हैं। मेजर वी एस ढौंडियाल के अलावा हेड कांस्टेबल सेवाराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह इसमें शहीद हो गए तो एक स्थानीय नागरिक मुस्ताक अहमद मुठभेड़ में घायल हो गया। साथ ही एक आम नागरिक भी इस घटना में मारा गया। घटनास्थल पर पैरा कमांडो फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया है।