खाली पड़ी रेत से होगा स्वास्थ्य लाभ, पर्यटन को भी लगेंगे पंख
डीएम उत्तरकाशी की एक और अनूठी पहल।
गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी के डीएम आशीष चौहान ने इस बार फिर अपनी एक नई अनूठी पहल को धरातल पर उतारा है। इस बार चिन्यालीसौड़ में टिहरी झील के जल स्तर कम होने के बाद खाली पड़े रेत के ढेर पर बीच महोत्सव आयोजित कर इसको इसे मेडिको टूरिज्म से जोड़ने की पहल की गई है। इसमें सैंड बाथ के साथ रेत पर स्पोर्ट्स और संस्कृति संध्या पर्यटकों के लिए नई सौगात लेकर आने वाली है।
टिहरी झील का उत्तरकाशी के चिन्याली तक पहुंचा विस्तार कभी दिचलि गमरी पट्टी के 40 गांवों के लिए अभिशाप बन गया था। जब देवीसौड़ पुल झील में डूबने के बाद गंगा पार के 40 गांव काला पानी की सजा भुगतने को मजबूर हो गए थे। अब वर्ष के 6 महीने पानी कम होने के बाद यह खाली पड़े रेत के ढेर से स्थानीय लोगो को आजीविका देने के उद्देश्य से डीएम उत्तरकाशी आशीष चौहान ने बीच महोत्सव आयोजित कर यहां मेडिको टूरिज्म के द्वार खोल दिये हैं।
उन्होने बताया कि रेत पर बाॅलीबाॅल और हैंडबाॅल का अपना क्रेज है। इसके अलावा बीच पर पहाड़ी संस्कृति के साथ योग को भी स्थान दिया गया है। सबसे बड़ी बात यहां रेत में सैंड बाथ से आयुर्वेदिक तरीके से स्वास्थ्य लाभ की योजना है। जिसके बाद पर्यटन के लिए पहाड़ों का रुख करने ववालो को पर्यटन के साथ स्वास्थ्य लाभ के प्राकृतिक तरीके भी सुलभ होंगे।
वहीं यमनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने भी डीएम के प्रयासों की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि पहाड़ों में पर्यटकों के लिए काफी कुछ है और जिस तरह से नौजवान आईएएस आशीष चौहान काम कर रहे हैं, उत्तरकाशी में जल क्रीड़ा , बर्फानी खेल, पैरा ग्लाइडिंग, सैंड बाथ, मड बाथ आदि को बढ़ावा मिलेगा। जिसमे स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाएगी।