पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

डबल इंजन के आईएएस अफसरों में फिर खिंची तलवार

May 10, 2018
in पर्वतजन
ShareShareShare

Advertisement
ADVERTISEMENT

उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार में नौकरशाहों के बेलगाम होने की खबर नई नहीं है। तमाम ऐसे अवसर आए हैं, जब नौकरशाहों के बेलगाम होने के कारण सरकार की छिछालेदर हुई है, किंतु सरकार ने कोई ठोस निर्णय नहीं लिया। जिस कारण इस प्रकार की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं।
ताजा मामला दो आईएएस अफसरों का आपस में भिडऩे का है। दरअसल निकाय चुनाव में लगातार हो रही देरी के मद्देनजर सरकार ने अब निकायों में प्रशासक बिठा दिए हैं। देहरादून नगर निगम की कमान जिलाधिकारी एस. मुरुगेशन के हाथ आते ही उन्होंने ऐसा निर्णय लिया कि विपक्षी दल कांग्रेस को सरकार पर हमला करने का अवसर मिल गया। एस. मुरुगेशन ने नगर निगम देहरादून प्रशासक का जिम्मा संभालते ही कुछ दिन पहले मेयर रहे विनोद चमोली द्वारा आठ लाख रुपए का गेट बनवाए जा रहे के पिलर को तुड़वा दिया। जिलाधिकारी एस. मुरुगेशन का कहना था कि यह पिलर न तो नियम कायदे से डिजाइन हुआ और न ही इसके टेंडर में नियमों का पालन हुआ। ठेकेदार का दावा है कि इसको बनाने में अभी तक उसके तीन लाख रुपए खर्च हो चुके हैं और अब इसकी भरपाई कैसे होगी।


ऐसा नहीं कि इस गेट के डिजाइन की खामी की जानकारी सिर्फ मुरुगेशन को तब हुई हो, जब वे प्रशासक बने। जिलाधिकारी रहते प्रतिदिन सैकड़ों शिकायतें जिलाधिकारी के पास आती हैं, किंतु उन पर अमल नहीं होता। आईएएस अफसरों की आपस में कितनी बनती है या इनके बीच कितना सामंजस्य रहता है, इसका ज्वलंत उदाहरण भी इस घटना में तब देखने को मिला, जब जिलाधिकारी गेट को गिरवाने का आदेश दे रहे थे, उस वक्त दूसरे आईएएस अधिकारी नगर आयुक्त वीके जोगदंडे नगर निगम में ही मौजूद थे। अर्थात गेट के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया से लेकर उसकी डिजाइन और निर्माण की समस्त जानकारी आईएएस वीके जोगदंडे को थी।


एस. मुरुगेशन ने वीके जोगदंडे से पूछने की भी जुर्रत नहीं समझी और आनन-फानन में गेट गिरा दिया गया। जिस ठेकेदार के इस पर तीन लाख रुपए खर्च हो चुके हैं, उसे नहीं मालूम कि जो धनराशि खर्च हो चुकी है, वह कैसे मिलेगी, मिलेगी भी या नहीं मिलेगी।
कुल मिलाकर इस घटनाक्रम से आईएएस अफसरों के बीच सामंजस्य की भारी कमी सामने देखने को मिली है आौर संभवत: एक वर्ष के भीतर काम का माहौल न दिखाई देने के पीछे भी यही कारण रहा होगा।


Previous Post

एम्स ऋषिकेश मे नौकरी लगाने वाला रैकेट। करोड़ों ठगे

Next Post

खुलासा : सरकार के पास नहीं टिकट के पैसे। डाक के ढेर मे अटका डबल इंजन

Next Post

खुलासा : सरकार के पास नहीं टिकट के पैसे। डाक के ढेर मे अटका डबल इंजन

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • एक्शन : 20 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार चकबंदी लेखपाल
  • बड़ी खबर: 25 OTT ऐप्स और वेबसाइट्स ब्लॉक | हो जाए सावधान,जानिए पूरी लिस्ट
  • बड़ी खबर: जिला सहकारी बैंक के दो शाखा प्रबंधक निलंबित।आठ की सैलरी रोकी..
  • बड़ी खबर: सभासद से अभद्रता मामले में कोतवाली में हंगामा। कॉन्स्टेबल को पड़ा दौरा..
  • PAN Card Loan Fraud: कहीं आपके नाम पर तो नहीं ले लिया फर्जी लोन? ऐसे करें तुरंत चेक | जानिए पूरा प्रोसेस!
  • उत्तराखंड
  • टेक
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • टेक
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!