सभासदों से संस्तुति लेकर आये और नौकरी पाये। 60 नियुक्ति हो चुकी 40 अभी भी बाकी। नियुक्ति के आंकड़े सब के अलग अलग। पहले आये पहले पाये के आधार पर बांटी जा रही नौकरी
गिरीश गैरोला।
जी हां ये कोई विज्ञापन नहीं है उत्तरकाशी नगरपालिका की हकीकत है यहां सड़क चलते नगर पालिका सभासदों से संस्तुति लेकर नौकरी प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हो सकता है। सूत्रों की माने संभावित 100 पदों में से 60 पर भर्ती हो चुकी है और 40 पद अभी भी भरने बाकी हैं ।पहले आएं और पहले पाएं के आधार पर आप भी अपने अपनों की नौकरी के सपने को साकार कर सकते हैं।
नगर पालिका उत्तरकाशी का नाम बदल कर बाड़ा हाट रखते ही पालिका का सीमा विस्तार की क्या घोषणा हुई , की आसपास के सभी 16 गांवों ने इसमें शामिल होने से इंकार करते हुए कई दिनों तक कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन सुरु कर दिया । जिसके बाद दबाव में सरकर ने महज जोशियाड़ा तिलोथ इलाके में सड़क मार्ग से लगते हुए इलाको को ही नयी सीमा विस्तार में शामिल करने को मजबूर हो गयी। पालिका विस्तार में गावो को शामिल करने को लेकर भले ही विरोध जमकर हुआ हो किन्तु पालिका के विस्तार से यहाँ नौकरी लगने की संभावना को लेकर बेरोजगार नौजवानों में इतना उत्साह दिखा कि सुनहरे भविष्य की उम्मीद में दर्जनों लोगो ने बिना वेतन के फ्री में अपनी सेवा देना सुरु कर दिया है। हालाँकि अभी पालिका के अधिकारी इनसे कोई भी सरकारी काम नही ले रहे है , क्योंकि इन्हें देने के लिए पालिका की तिजोरी में कुछ भी नहीं है।
अध्यक्ष नगर पालिका जायेन्द्रि राणा ने बताया कि फ़िलहाल 8-10 नए लोगो को बोर्ड की सहमति से नौकरी पर लगाया गया है जो फ़िलहाल फ्री सेवा दे रहे है किंतु भविष्य में पद स्वीकृत होने पर उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने माना कि पालिका विस्तार के साथ 50 से 100 नए कर्मचारियों की जरुरत पड़ेगी और इन्हें नियुक्ति देने में पालिका बोर्ड सक्षम है।
वही पालिका के अधिशाषी अधिकारी सुसील कुमार कुरील ने बताया कि करीब 45 नए लोगो को नियुक्ति दी गयी है जिसमे अलग- अलग सभासदों की संस्तुति के आधार पर नियुक्ति दी गयी है । इन लोगो को बाकायदा अलग से रजिस्टर बनाकर हाजिरी भी लगायी जा रही है किंतु फ़िलहाल पालिका उन्हें वेतन देने में सक्षम नहीं है। लिहाजा वे इनसे कोई काम नहीं ले रहे है। ईओ की माने तो उन्होंने अधिष्ठान से इनकी नियुक्ति और वेतन को लेकर टिपण्णी मांगी है जिसके बाद ही इनके भविष्य पर कोई निर्णय हो सकेगा।
गौरतलब है कि नए लगे ये कर्मचारी रोज अपनी उपस्थिति लगाकर पालिका हाल में अपने सुनहरे भविष्य के सपने संजो रहे है , और साम के समय अपने घरों को प्रस्थान करते है।
पालिका सभासद हरीश डंगवाल ने बताया कि उन्होंने रजिस्टर में इन नव नियुक्त कर्मचारियों की 58 से 60 तक की संख्या देखी है। उन्होंने कहा कि वे चुने हुए प्रतिनिधि है लिहाजा एक टाइप किये गए पेपर को लेकर स्थानीय युवक सभासदों से उनकी संस्तुति के साथ हस्ताक्षर की मांग कर रहे है। जिसे सभासद इंकार नहीं कर पा रहे है। उन्होंने बताया कि इस बारे में कोई भी बोर्ड की बैठक नहीं हुई और न वहां किसी नयी नियुक्ति के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि मानक के अनुसार बोर्ड में प्रस्ताव पारित होने के बाद ईओ पद के सापेक्ष नियुक्ति पत्र निर्गत करता है । किन्तु इस संबंध में उन्हें इस बात की खुसी है कि उनके हस्ताक्षर मात्र से लोगो को नौकरी की उम्मीद बढ़ गयी है। किन्तु बेरोजगारों की चिंता इस बात को लेकर है कि पालिका से जुड़े लोग नयी नियुक्ति पर लगे लोगो की संख्या अलग अलग क्यों बता रहे है?