मेयर विवाद में भाजपा-कांग्रेस में खिंची तलवारें।कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया सत्ता के दुरुपयोग का आरोप
कुमार दुष्यंत
हरिद्वार:रुडकी के कांग्रेसी मेयर यशपाल राणा व भाजपा के पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा का विवाद दोनों पार्टियों के प्रदेश फोरम में पहुंच जाने से अब इस विवाद में दोनों पार्टियां आमने-सामने आ खड़ी हुई हैं।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने जहां आरोपियों से कोई भी रियायत न बरतने की हिदायत पुलिस प्रशासन को दी है।तो वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतमसिंह ने इस विवाद को लेकर भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
रविवार रात रुड़़की के रामदयाल चौक के पास मेयर के पुत्र व पार्षद के भांजे के बीच कार खड़ी करने को लेकर विवाद हुआ था। बाद में मेयर व पार्षद भी इस लडाई में कूद गये।आरोप है कि इसके बाद मेयर यशपाल राणा, उनके पुत्र व समर्थकों ने पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा की पिटाई कर दी। जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई है।पार्षद फिलहाल सीएमआई में भर्ती हैं।जबकि यशपाल राणा को जेल भेजा जा चुका है।
इस विवाद को लेकर रुड़़की का राजनीतिक माहौल आज भी गर्माया रहा।कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन व भाजपा के खिलाफ आज दिनभर इस मामले को लेकर धरना-प्रदर्शन किया।वहीं भाजपाई बैठकों से इस मामले में बढत बनाए रखने की मंत्रणाओं में उलझे रहे।कांग्रेस के धरने में शामिल होने के लिए प्रीतमसिंह सीधे दिल्ली से रुडकी पहुंचे। प्रीतमसिंह ने धरने को संबोधित करते हुए प्रशासन पर भाजपा की शह पर कांग्रेसियों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।धरने में कांग्रेसियों ने मेयर पर दर्ज की गई की धारा 307 हटाने की मांग की है।रुड़की निगम कर्मियों ने भी मेयर पर से जान से मारने का अभियोग न हटाने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
इस विवाद के चलते रुड़की राजनीतिक रंग में रंग गया है। विधायक प्रदीप बत्रा के पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा के समर्थन में खुलकर उतरने से मामला और भी उलझ गया है।
प्रदीप बत्रा व मेयर यशपाल राणा के बीच पिछले काफी समय से प्रतिद्वंदिता चली आ रही है।निगम की एक संपत्ति को मेयर द्वारा अपने एक रिश्तेदार को बेच देने को लेकर विधायक ने मेयर की शिकायत नगर विकास मंत्री से कर रखी है।चंद्रशेखर प्रतिमा स्थानांतरण को लेकर भी विधायक व मेयर सीधे-सीधे एक दूसरे के विरोध में खड़े रहे।अब इस नये विवाद ने दोनों के बीच की दूरियों को और बढ़ा दिया है।