निकाय चुनाव निपटने के बाद भारतीय जनता पार्टी के भीतर घमासान मचा हुआ है।
भारतीय जनता पार्टी के लोग खुलेआम एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे हैं। जिन स्थानों पर भाजपा प्रत्याशी तीसरे चौथे नंबर पर रहे हैं, वहां तो स्थिति और भी खतरनाक है। एक दर्जन से अधिक सीटों पर भाजपा विधायकों पर प्रत्याशियों को हराने का आरोप लग रहा है।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने हारने वाले सीटों की समीक्षा की बात कहकर आग में घी डालने का काम किया है। पिछले तीन चुनावों से ऋषिकेश निकाय में हार का सामना कर रही भाजपा को पहली बार नगर निगम बनने पर बड़ी जीत हासिल हुई है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल इस जीत को भुनाने मे देर नहीं करना चाहते। प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि उन्हें खुशी है कि उनकी विधानसभा ऋषिकेश की नगर निगम सीट से भाजपा को जीत हासिल हुई है। प्रेमचंद अग्रवाल ने तंज कसा है कि जिन सीटों पर हार हुई है, उन पर समय से समीक्षा की आवश्यकता है।
ज्ञात रहे कि निकाय चुनाव के दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई आनंद अग्रवाल जो कि पहले भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष भी रह चुके हैं, ने भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाली मधु डोभाल का न सिर्फ समर्थन किया, बल्कि आनंद अग्रवाल ने नगीना रानी की जमकर खिलाफत भी की ।
नगीना रानी की हार के तमाम कारणों के बीच आनंद अग्रवाल और प्रेमचंद अग्रवाल के भाजपा पर हमलावर होने के बाद अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपनी विधानसभा में हुई हार के बाद क्या रूप अख्तियार करते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा। फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने अपनी गुगली त्रिवेंद्र रावत की ओर फेंक दी है।
टिहरी से विधायक धन सिंह नेगी के दोनों प्रत्याशियों की हार के बाद टिहरी से चुनाव लड़ी बेबी असवाल द्वारा संघ और भाजपा नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में विरोध की पत्र लगातार पहुंच रहे हैं।