कुमार दुष्यंत/हरिद्वार
बसपा पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व विधायक शहजाद को बसपा सुप्रीमों को मायावती ने किया निष्कासित।
प्रदेश कार्यालय पर बसपा नेता नत्थू सिंह और प्रदेश महासचिव सतीश कुमार ने प्रेस वार्ता कर मीडिया को दी सूचना।
शहजाद की भाजपा नेताओं से नजदीकी के चलते की गई कार्यवाही।
हरिद्वार जिले की बहादराबाद विधानसभा से बसपा टिकट पर दो बार विधायक रहे मौहम्मद शहजाद को बहुजन समाज पार्टी ने एक बार फिर से बाहर कर दिया है।अभी कुछ समय पूर्व ही उन्हें पुन: पार्टी में लिया गया था।इससे पूर्व वह तीन बार बसपा से निकाले जा चुके हैं।समझा जा रहा है कि भाजपा से नजदीकियों के चलते ही उन पर गाज गिरी है।
बसपा पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में शहजाद को तीन बार बाहर का रास्ता दिखा चुकी है।उन पर भाजपा को मजबूत करने के आरोप लगते रहे हैं।जिला पंचायत की राजनीति में भी भाजपा के साथ खड़े हो जाने से बसपा उनसे खफा रही है।सूबे के दमदार भाजपा विधायक व मंत्री मदन कौशिक से उनके पुराने कारोबारी संबंध हैं।शहजाद के भाई सत्तार जिला पंचायत में मनोनीत सदस्य हैं।बसपा में शहजाद के विरोधियों का आरोप है कि सत्तार को शहजाद की मदन कौशिक से नजदीकियों के कारण ही जिला पंचायत में मनोनीत किया गया है।
बसपा से शहजाद के हालिया निष्कासन का आधार भी शहजाद की काबिना मंत्री से नजदीकियों को बताया जा रहा है।शहजाद के पुत्र का कल ग्राम लहबोली में विवाह था।इसमें मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों ने शिरकत की।कुछ लोगों का मानना है कि शहजाद से मित्रता के चलते मंत्री मदन कौशिक की प्रेरणा से ही मुख्यमंत्री व अन्य मंत्री पूर्व विधायक के आयोजन में शामिल हुए।पूर्व बसपा विधायक के आयोजन में मुख्यमंत्री व मंत्रियों के शामिल होने पर लक्सर विधायक संजय गुप्ता ने भी सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाया है।
मदन कौशिक भाजपा की ओर से लोकसभा चुनाव के संभावित दावेदार हैं।माना जा रहा है कि मदन कौशिक से शहजाद की नजदीकियों को बसपा ने पार्टी विरोधी मानते हुए उन्हें चौथी बार हाथी से उतारा है।बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कुलदीप बालियान ने इसकी पुष्टि की है।