वर्ष 2013 में आपदा में परिवारजनों को खोने के बाद चमोली निवासी एक युवती देहरादून में नौकरी लगाने के नाम पर यौन शोषण करने वाले एक रैकेट झांसे में आ गई।
पीआरडी में तैनात एक कर्मचारी नेता ने उन्हें सचिवालय में नौकरी लगाने के नाम पर देहरादून के विभिन्न होटलों में रखा।
पर्वतजन से बातचीत हुई पीड़िता ने बताया कि सबसे पहले उसका फोन उससे ले लिया गया और अलग-अलग जगह नौकरी लगवाने के नाम पर कई अधिकारियों ने उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए।
युवती का कहना है कि नौकरी लगाने के नाम पर उससे ₹50000 भी लिए गए, लेकिन जब 5 माह बाद भी ज्योति (नाम परिवर्तन) की कहीं नौकरी नहीं लग पाई तो अपनी सहेली के सुझाव पर वह थक हार कर वापस गांव चली गई। काफी लंबे समय तक युवती अवसाद में रही।
अब सामान्य होने के बाद युवती ने नौकरी का झांसा देकर शोषण करने वाले कर्मचारी नेता के खिलाफ आवाज उठाने का मन बनाया है।