कुलदीप एस. राणा
देहरादून में दो दिन तक चला इन्वेस्टर्स समिट सोमवार को संपन्न हो गया। इस दौरान लगभग सवा लाख करोड़ के 601 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
सोमवार को केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मिट का शुभारंभ किया है, इसकी सफलता भी जल्द ही धरातल पर देखने को मिलने लगेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रकृति और पर्यावरण की कीमत पर उद्योग लगाना हमारा उद्देश्य नहीं है। साथ ही उत्तराखंड से केंद्र भी यही अपेक्षा करता है कि उत्तराखंड को हर्बल स्टेट के रूप में विकसित किया जाए।
उन्होंने कहा कि 1300 करोड़ हेल्थ केयर एवं वेलनेश सेंटर के लिए केंद्र ने बजट रखा है। इंटिगेटित पालिसी के साथ सरकार चल रही है। बिना उत्तराखंड के स्वछ भारत और स्वास्थ्य भारत नहीं बन सकता है। ये वेलनेश भूमि से वेलनेश गाँव बनेगा। उत्तराखंड में 40 वेलनेश सेंटर बनेंगे। वेलनेश में 12 प्रकार की चिकित्सीय सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा आयुष्मान भारत में आईटी सेक्टर का बड़ा योगदान है। आयुष्मान योजना में कैश लेश और पेपरलेश इलाज होगा। राज्यों में 90-10 के अनुपात से योजना संचालित होगी। मोदी केयर के नाम से भी जाना जा रहा है। 40 प्रतिशत आबादी इससे लाभांवित होगी। देशभर में 15 हजार आरोग्य मित्र ट्रेन्ड हो रहे हैं। बाद में इन्हें आयुष वेलनेश सेंटर में रखा जाएगा।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि कृषि क्षेत्र में लगभग 5 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। होल्टिकल्चर में 22 करोड़़, कृषि और ऑर्गेनिक क्षेत्र में 1309 करोड़, फूड प्रोसेसिंग और एरोमा सेक्टर में 1325 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि अर्जेटीना ने कृषि के हर्बल सेक्टर में निवेश की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेशकों को भरोसा दिलाया है कि निवेश सिंगल विडो सिस्टम से होगा। सरकार निवेशकों को हरसम्भव मदद देगी।
वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि आनंदा ग्रुप और मैक्स ग्रुप जैसे होटल ने राज्य में निवेश की इच्छा जताई है और एमओयू साइन किये हैं। यह प्रदेश के लिए बेहतरीन है।
पर्वतीय क्षेत्र में वेलनेश सेंटर खुल रहे हैं। आयुष में लगभग 3 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए हैं। मैदानी क्षेत्रों में डेढ़ करोड़ और पहाड़ी क्षेत्र में 1 करोड़ का निवेश होगा। साथ ही आयुष को उधोग के साथ जोड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पॉलिसी बदली है कि कृषि क्षेत्र में वेलनेश सेंटर खुलेंगे।
कुल मिलाकर देहरादून में 2 दिन तक चलेे इन्वेस्टर्स समिट में लाखों के करार के बाद यदि जल्द ही ये उद्योग उत्तराखंड में स्थापित हो गए तो प्रदेश के बेरोजगारों को नौकरी के लिए बाहरी प्रदेशों की ओर नहीं जाना पड़ेगा।