उत्तराखंड, ऊ. सि. नगर
रिपोर्ट/किच्छा – दिलीप अरोरा
आज किच्छा के बजार मे जहां भीड़ देखने को मिली तो वही 12 बजे के बाद पुलिस की सख़्ती भी देखने को मिली।
जहां 12 बजे से पहले लोग बे रोक टोक घूमते दिखे तो वही 12 बजे के बाद फालतू घूमने वालो को पुलिस रोकते हुए दिखी।
जी हाँ आजकल किच्छा के हलात अजीबो गरीब बने हुए है। यहां के कुछ दुकानदारों पर क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन सख़्ती करते करते थक सा गया है जिसके परिणाम स्वरुप आज फिर किच्छा के बजार भीड़ से लबालब दिखे। कही न कही व्यापारी नेताओं से भी पुलिस प्रशासन को सहयोग मिलता नहीं दिख रहा है।
लोगो को नियमों का पाठ पढ़ाने मे कभी कोतवाली के दरोगा योगेश कुमार मोर्चा संभाले दीखते है। तो कभी दरोगा पी एस विश्कर्मा। आज 12 बजे के बाद पी एस विश्वकर्मा किच्छा के डीडी चौक पर दो होमगार्डों के साथ ही मोर्चे पर डटे दिखाई दिए।फालतू आने जाने वालों को रोकते ओर उनसे आने जाने का कारण पूछते हुए भी दिखाई दिए।पर ऐसी सख़्ती पुलिस को 12 बजे से पहले भी करनी होंगी। तभी यहां की भीड़ को कंट्रोल किया जा सकता है।12 बजे के बाद ऐसी सख़्ती का फायदा तो होगा पर उतना नहीं जितना होना चाहिए।