क्या अब RSS की फरियाद भी नहीं सुनोगी सरकार?पौड़ी विधायक, विद्या भारती, बजरंग दल, विहिप, और आम जनता सभी विरोध में।
पौड़ी। राजस्व कमाने के फेर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्कारों व सिद्धांतों की बुनियाद पर बनी सरकार शायद सारी हदें पार करने को आतुर है। पौड़ी जनपद के कल्जीखाल विकासखंड के घंडियाल कस्बे में सरकार द्वारा एक नया शराब का ठेका सृजित किया गया है। जिसे अनुज्ञापी द्वारा विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर के मुख्य रास्ते पर खोल दिया गया है। संस्कार वान शिक्षा के लिए पहचाने जाने वाले इस विद्यालय में जाने वाले नौनिहाल अब सुबह सुबह मधुशाला से होकर गुजरेंगे। कम से कम आरएसएस की बुनियाद पर गठित सरकार से यह आशा बिल्कुल न थी, लेकिन कभी शराब पर हरीश रावत को कोसने वाले नेताओं के नेतृत्व वाली सरकार ने तमाम हदें पार कर सभी मूल्यों व सिद्धांतों को ताक पर रखने में भी गुरेज नहीं किया।
हाल ही में आवंटित हुए शराब के ठेकों के तहत पौड़ी जनपद के कल्जीखाल विकासखंड के घंडियाल में भी एक नई अंग्रेजी शराब की दुकान खोली गई है। इस दुकान को बाकायदा मुख्य बाजार से आरएसएस के आनुशंगिक संगठन विद्या भारती के विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर के रास्ते में खोला जा रहा है। इस फैसले से न केवल अभिभावक बल्कि क्षेत्रीय जनता भी व्यथित है। भाजपानीत सरकार में विद्याभारती के संस्थान के रास्ते में शराब की दुकान खोले जाने से लोग सन्न हैं। इतना ही नहीं सरकार के इस फैसले से आरएसएस की छवि पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालांकि इस बीच विद्या भारती, बजरंग दल, विहिप आदि ने इस दुकान को शिफ्ट करने की पुरजोर मांग कर दी है।
किताबों की जगह विरोध की तख्तियां
वहीं एक मई को विद्यालय के नौनिहाल हाथों में किताबों की जगह विरोध की तख्तियां लिए हुए मुख्यमंत्री व आबकारी मंत्री से गुहार लगा रहे हैं। उधर, दूसरी ओर पौड़ी के विधायक मुकेश कोली ने स्पष्ट किया है कि विद्या मंदिर के रास्ते में किसी भी दशा में दुकान नहीं खोलने दी जाएगी। जिले के आबकारी अधिकारी ने भी कहा है कि स्कूल के रास्ते में दुकान किसी भी दशा में नहीं खुलेगी, इस मसले पर जनता की भावनाओं को मध्यनजर रखा जाएगा।
विद्या भारती के छात्र छात्राएं सड़कों पर उतरने को मजबूर
जनपद पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल विख के घंडियाल में विद्या भारती द्वारा संचालित विद्या मंदिर स्कूल के मुख्य मार्ग पर खोली जा रही शराब की दुकान के विरोध में आज स्कूली छात्र छात्राएं सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गये। प्रसाशन से बार बार गुहार लगाने के बावजूद जबरन इस स्थान पर शराब की दुकान खोलने से आक्रोशित छात्र छात्राओं ने हाथों में तख्तियां लेकर मौन जुलूस निकाला।
बिलखेत में भी नई शराब की दुकान का विरोध
वहीं दूसरी ओर इसी विकासखंड के बिलखेत में भी नई शराब की दुकान के विरोध में महिलाओं द्वारा मोर्चा खोल लिया गया है। अब देखना है कि आरएसएस के सिद्धांतों की दुहाई देने वाली त्रिवेंद्र सरकार विद्या के मंदिर की राह में खुलने वाली इस मधुशाला को लेकर क्या फैसला लेते हैं?