भारतीय जनता पार्टी के डेढ़ साल के कार्यकाल में महिलाओं द्वारा जनप्रतिनिधियों पर जमकर गुस्सा निकालने का यह चौथा वाकया है।
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शुक्रवार को आज दोपहर देहरादून के इंदर रोड इलाके में बरसात से पीड़ित जनता का हाल-चाल जानने के लिए गए क्षेत्रीय भाजपा विधायक खजानदास पर स्थानीय महिलाओं ने जमकर गुस्सा निकाला। महिलाओं ने विधायक के गनर के साथ जमकर धक्का-मुक्की की और विधायक खजानदास का विकास कार्यो का बोर्ड भी उखाड़ कर फेंक दिया।
यही नहीं विधायक के खिलाफ मौके पर मौजूद लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की। लोग विधायक खजानदास के देरी में आने पर नाराज थे।
विधायक के जनसंपर्क अधिकारी विजय थापा का कहना है कि यह विरोध प्रदर्शन पूर्व विधायक राजकुमार के इशारे पर हुआ था। विजय थापा ने बताया कि खजान दास आपदा पीड़ितों को तत्काल राहत के चेक बांटने गए थे लेकिन पूर्व विधायक राजकुमार के इशारे पर उनसे न सिर्फ धक्का-मुक्की की गई, बल्कि पत्थरबाजी भी हुई।
विधायक खजानदास ने बताया कि वह प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने के लिए हल्द्वानी में थे, लेकिन क्षेत्रीय जनता से बराबर संपर्क में थे और प्रशासन को JCB आदि के साथ मौके पर मुस्तैद किया हुआ था।
यह चौथा वाकया
इससे पहले पौड़ी में राज्य मंत्री धन सिंह रावत के खिलाफ उनके गांव की महिलाओं ने भी जमकर गुस्सा निकाला था।
इसके बाद उत्तरा प्रकरण में तो राज्य भर की जनता ने CM के व्यवहार को जमकर कोसा।
इसके ठीक कुछ दिन बाद धुमाकोट में बस हादसे के पीड़ितों को सांत्वना देने गए मुख्यमंत्री को भी स्थानीय महिलाओं ने जमकर आड़े हाथों लिया।
और अब आज शुक्रवार को स्थानीय विधायक खजान दास को महिलाओं के गुस्से का सामना करना पड़ा। समाज विज्ञानियों का कहना है कि उत्तराखंड आंदोलन में महिलाओं की ही अहम भूमिका रही है और सत्रह- अठारह सालों में जनता की उम्मीद पर खरा नहीं उतरने के कारण अब दोबारा से जनप्रतिनिधि राज्य की मातृशक्ति का कोपभाजन बनने लगे हैं। यह एक ऐसा दौर है जिसमें जनता काफी जल्दी अपना आपा खोने लगी है।
आप इस वीडियो में देख सकते हैं कि महिलाएं किस तरह से जनप्रतिनिधि पर गुस्सा हो रही हैं। पीड़ित महिलाओं का गुस्सा इतना अधिक था कि व्यावहारिक और विनम्र तथा हंसमुख छवि के विधायक खजान दास भी खुद को न बचा सके। उनके गनर ने किसी तरह विधायक को बचाया।