नीरज उत्तराखंडी
जनपद उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील के अंतर्गत ठकराल पट्टी के बैंचाँण गांव के लोग जान जोखिम में डालकर पुल के अभाव में बल्लियों के सहारे बडियार गाड़ पार करने को मजबूर है। 2013 में आई आपदा के समय यहाँ बनी आरसीसी पुलिया बह गई थी।ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को कई बार इस समस्या से अवगत करवाया लेकिन 5वर्ष बीत जाने के बाद भी यहाँ पुलिया का निर्माण नहीं हो पाने से ग्रामीण बरसात के मौसम में उफनती बडियार गाड़ को बल्लियों के सहारे जान हथेली पर लेकर पार करने को विवश है।
बैचांण गाँव के विनोद रावत सोबत सिंह मनोज रावत का कहना है कि इस संबंध में शासन प्रशासन को कई बार अवगत करवाया गया लेकिन उनकी इस जायज मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। बीमार या प्रसव से पीड़ित महिला को 6किमी पीठ पर उठाकर गंगटाडी सड़क मार्ग तक लाना पड़ता है उसके बाद35किमी बडकोड अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। 2013 की आपदा में यहां बडियाड़ गाड़ पर बनी पुलिया आपदा की भेंट चढ़ गई थी जो अभी तक नहीं बनी। लगभग 100 परिवारों का यह गाँव 2013 से जान जोखिम में डाल कर आवाजाही कर रहे हैं।
यहाँ खतरे मे स्कूल
पुरोला।क्षेत्र में हो रही भारी वर्षा के चलते राजकीय प्राथमिक विद्यालय छाडा का शौचालय भवन और सुरक्षा दीवार गई तथा विद्यालय भवन को खतरा पैदा हो गया है। गनीमत यह रही की उस समय विद्यालय नहीं खुला था नहीं तो कोई हादसा भी हो सकता था। विभाग और प्रशासन की लापरवाही छात्रों के भविष्य पर भारी पड रही है।
विद्यालय की दीवार तथा शौचालय में विगत वर्ष से ही दरारें आ गई थी लेकिन न तो विभाग ने सुध ली न ही प्रशासन ने ध्यान दिया राजस्व उप निरीक्षक धर्म सिंह राणा का कहना है कि उन्होंने विगत वर्ष उपजिला अधिकारी के साथ विद्यालय का निरीक्षण कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को भेजी गई थी।
अल्मोड़ा मे गिरा ग्रामीण का घर बारिश से टूटा मकान ।
अल्मोड़ा के ग्राम सभा कटरिया के तल्ला कटरिया में दिनांक -25-07-2018 की सुबह 9 बजे लगभग बारिश से मोहन सिंह पुत्र स्व श्री खुशाल सिंह का मकान आगे की दीवार सहित गिर गया। मकान गिरने से बगल वाले मकान में रह रही कीड़ी देवी पत्नी स्व दौलत सिंह के मकान का भी गिरने का डर है।