कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कांग्रेस के भीतर झगड़े को नकारने की लाख बात कह रहे हों लेकिन प्रदेश भर के कांग्रेस के लोगों द्वारा बग़ावत की ख़बरों ने प्रीतम सिंह के पहले इम्तिहान पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रीतम सिंह के लिए कांग्रेस को जिताने की ज़िम्मेदारी के बीच आज सबसे बड़ा झटका तब लगा जब कांग्रेस के देहरादून के मेयर प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल के नामांकन के बाद कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के छोटे भाई सचिन उपाध्याय ने दिनेश अग्रवाल के खिलाप बग़ावत कर निर्दलीय पर्चा भर दिया।
कांग्रेस का एक गुट इसे किशोर उपाध्याय की दवाब की राजनीति बता रहा हैं क्योंकि उनकी टिहरी नगर पालिका सीट पर उनकी इच्छा के विरुद्ध अम्बिका सजवाण को टिकट दिया गया।
दवाब की इस राजनीति के बीच दिनेश अग्रवाल, किशोर उपाध्याय तथा प्रीतम सिंह के मध्य झगड़ा बढ़ने की सम्भावना बन गयी है। देखना है कि प्रीतम सिंह दिनेश अग्रवाल को इस नई समस्या से निकालने के लिए क्या उपाय ढूँढते हैं। फ़िलहाल कांग्रेसी कलह ने चर्चा को ज़रूर गर्मा दिया है।