नई दिल्ली : वित्त मंत्री
अरुण जेटली ने एक पूर्व सैनिक की खुदकुशी पर राजनीति करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि इस संबंधित व्यक्ति को ओआरओपी के तहत पेंशन नहीं मिल पाने के लिए बैंक की खामी जिम्मेदार है। उन्होंने साथ ही इस तरह के मुद्दों पर राजनीतिक नेताओं को अधिक संवेदनशील होने को कहा।
विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह द्वारा खुदकुशी करने वाले पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल को कांग्रेस कार्यकर्ता बताए जाने पर जेटली ने कहा कि आत्महत्या जैसी घटनाओं के प्रति सभी नेताओं को ‘संवेदनशील’ रहना चाहिए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि किसी को भी निजी त्रासदी को राजनीतिक फायदे में तब्दील करने का प्रयास नहीं करना चाहिए और उन लोगों को तो ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए जिनके सितारे पहले से ही गर्दिश में चल रहे हों।
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में ओआरओपी को लागू करने की दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया और इसका सबूत यह है कि उसने इस मकसद के लिए सिर्फ 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया था।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार को उस रक्षाकर्मी के साथ सहानुभूति है, जिसने खुदकुशी की, लेकिन अगर उनको ओआरओपी का लाभ नहीं मिला तो इसकी वजह बैंक की खामी है।
वीके सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर जेटली ने कहा, ‘हर किसी को संवेदनशील होना पड़ेगा..हमे उस व्यक्ति की संवेदनशीलता को स्वीकार करना होगा जिसने तनाव में आकर खुदकुशी की। मुझे उसके साथ सहानुभूति है और इस मुद्दे पर हमारी सभी टिप्पणियां संवेदनशील होनी चाहिए।’