विनोद कोठियाल
औली मे शीतकालीन खेलों के लिए शासन-प्रशासन में तैयारियां जोरों पर शुरू कर दी हैं। डब्ल्यू जी एफ आई व उत्तराखंड विंटर गेम फेडरेशन की संयुक्त बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इस वर्ष 2018-19 में होने वाले शीतकालीन खेलों के लिए औली को तैयार किया जा रहा है। इस कड़ी में वहाँ कृत्रिम बर्फ़ बनाने वाली मशीनों को ठीक कर प्रयोग मे लाया जा रहा है।
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कृत्रिम रूप से बर्फ बनाने के लिए प्राकृतिक दशा का अनुकूल होना भी आवश्यक है, जैसे तापमान मे कमी के अतिरिक्त वातावरण मे आर्द्रता का होना भी आवश्यक है। वर्तमान में सभी परिस्थितियां अनुकूल है, और मशीनों से पूरी क्षमता से बर्फ बनायी जा रही है।विगत वर्षों में औली मे बर्फ न होने के कारण अन्तराष्ट्रीय हिम क्रीड़ा नहीं हो पायी थी, जिससे आयोजकों और खेल प्रेमियों को काफी हताशा हुई थी परन्तु वर्तमान परिस्थितिया अनुकूल है और कृत्रिम रूप से बर्फ बनाने का कार्य भी सफलता पूर्वक संपन्न हो रहा है। अभी तक जोशीमठ और औली में नये वर्ष के स्वागत और 31 दिसंबर के लिये काफी अधिक मात्रा मे होटलों की बुकिंग हुई है। जिससे पर्यटन व्यवसायी काफी खुश हैं।अधिक पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों के अलावा गढवाल मंडल विकास निगम को भी काफी फायदा होता है। काफी लम्बे समय से माली हालात से जूझ रहे जी एम वी एन को यह बर्फ वरदान साबित हो सकती है।बहरहाल हिमचादर के लिये प्रकृति का अनुकूल होना और कृत्रिम रूप से बर्फ बनाने के लिए आदर्श कंडीशन का मिलना पर्यटन की आय में तो इजाफा करेगा ही, शीत कालीन खेल आयोजकों के चेहरों पर भी रौनक लाने का काम कर रहा है। क्योंकि बर्फ के न होने के कारण खेलों की मेजबानी अन्य प्रदेशों में चली जाती है जो कि प्रदेश के हित मे नही होता है।