दो राज्यों से जाति प्रमाण पत्र पर फंसे भाजपा विधायक।इस्तीफे पर अड़ा विपक्ष
भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल दो-दो राज्यों से जाति प्रमाण पत्र बनवाने के मुद्दे पर आजकल चर्चा का विषय बने हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने दो-दो राज्यों से जाति प्रमाण पत्र हासिल करने पर देशराज कंडवाल को इस्तीफा देने की मांग की है।
देशराज कर्णवाल ने इसे साजिश बताया है।
सूचना के अधिकार में आरटीआई एक्टिविस्ट पंकज कुमार ने इस बात का खुलासा किया है कि वर्ष 2005 में कर्णवाल ने रुड़की हरिद्वार से और सहारनपुर तहसील उत्तर प्रदेश, दोनों जगहों से जाति प्रमाण पत्र हासिल किया है।
तहसीलदार मनजीत सिंह ने अब कर्मचारियों को इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। कर्णवाल ने कहा कि भले ही वह सहारनपुर में जन्मे हैं लेकिन उन्होंने जाति प्रमाण पत्र हरिद्वार से हासिल किया था। बकौल विधायक, सहारनपुर वाले जाति प्रमाण पत्र के लिए उन्होंने कभी आवेदन नहीं किया। कर्णवाल का कहना है कि उनके विरोधी उनके बढ़ते कद को लेकर जलन रखते हैं, इसलिए यह मामला उछाला जा रहा है। विधायक ने कहा कि सहारनपुर वाला जाति प्रमाण पत्र उनके फर्जी हस्ताक्षर से मांगा गया था, जिसकी शिकायत पुलिस मे भी कर दी गई है।
विपक्षी पार्टियां इस बात को मुद्दा बना रही है कि जहां एक साधारण व्यक्ति को एक जगह से भी प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए एड़ियां रगड़ने पड़ती हैं, वहीं अपने आप को दलित लीडर कहने वाले विधायक खुद दो-दो राज्यों से जाति प्रमाण पत्र लिए घूम रहे हैं।