आखिरकार कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने की चर्चाओं को सिरे से खारिज कर दिया है। दिल्ली में आयोजित एक प्रेसवार्ता में सतपाल महाराज ने कहा कि वह भाजपा में है और भाजपा में ही रहेंगे। यही नहीं सतपाल महाराज ने कांग्रेस छोड़कर आए सभी नेताओं की जिम्मेदारी लेते हुए भी कहा कि उनमें से भी कोई भाजपा छोड़कर नहीं जा रहा है।
गौरतलब है कि सतपाल महाराज के भाजपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव में उतरने के कयास लगाए जा रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने 16 मार्च को राहुल गांधी की रैली के दौरान भाजपा की एक बड़े नेता के कांग्रेस में शामिल होने का शिगूफा छोड़कर इन चर्चाओं को और भी तेज कर दिया था।
सतपाल महाराज ने आज कहा कि ना तो वे और न उनकी पत्नी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
सतपाल महाराज ने कहा कि वह आने वाले दिनों में पूरे देश भर में भाजपा के लिए प्रचार करेंगे और नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए कार्य करेंगे।
यही नहीं उन्होंने पार्टी अथवा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से किसी भी प्रकार की नाराजगी होने की बात को भी नकार दिया।
सतपाल महाराज के ऐलान के बाद अब कांग्रेस प्रचार कर रही है कि 16 तारीख को भुवन चंद्र खंडूरी के पुत्र मनीष कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। लेकिन भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि मनीष भाजपा के नेता तो क्या पार्टी के प्राथमिक सदस्य तक नहीं हैं।
ऐसे में अब इंदिरा हृदयेश को जवाब देना पड़ सकता है कि आखिर उन्होंने अपना बयान किस आधार पर दिया !!
यदि वाकई 16 तारीख को कोई भाजपा का बड़ा नेता कांग्रेस में शामिल नहीं होता है तो फिर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की किरकिरी होनी तय है।
इसमें कांग्रेस पार्टी पर भी यह आरोप लग सकते हैं कि उन्होंने महज राहुल गांधी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए यह शिगूफा छोड़ा था।