कृष्णा बिष्ट
तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कर्नल अजय कोठियाल में आज आखिरकार निर्दलीय चुनाव लड़ने से हाथ पीछे खींच लिए।।
देहरादून में आयोजित प्रेसवार्ता में कर्नल कोठियाल ने कहा कि वह एक राष्ट्रवादी हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव का रास्ता उन्हें दिल्ली की राजनीति में व्यस्त कर देता,जबकि वह उत्तराखंड की सेवा में ही रहना चाहते हैं, लिहाजा राज्य स्तर पर ही अपने कार्यों को आगे बढ़ाते रहेंगे।
कर्नल कोठियाल ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि “राष्टीय दलों के फार्मूले पर हम फिट नही बैठते हैं,
आगे भी राष्टीय दलों से कभी चुनाव नही लड़ेंगे।”
आगे भी राष्टीय दलों से कभी चुनाव नही लड़ेंगे।”
जाहिर है कि कर्नल कोठियाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने पर 14 विधानसभा सीटों वाली एक लोकसभा पौड़ी का चुनाव लड़ने में अपने आप को राष्ट्रीय पार्टियों के मुकाबले आर्थिक और मानव संसाधनों में काफी कमजोर महसूस करके यह दूरगामी कदम उठाया है।
पिछले 2 दिनों से भाजपा- कांग्रेस जैसी पार्टियों से तंग आए हुए कर्नल कोठियाल के शुभचिंतकों और संगठनों ने भी कोठियाल को निर्दलीय रूप से लोकसभा चुनाव में ना उतरने की सलाह दी थी। यह लोग उनके भाजपा या कांग्रेस जैसी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ाने के भी इच्छुक नहीं हैं।
जाहिर है कि तीसरा विकल्प तीसरे मोर्चे की ओर जाता है, लिहाजा कर्नल कोठियाल की आज की प्रेस वार्ता से यह भी संकेत मिलते हैं कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में तीसरे मोर्चे की संभावनाओं के साथ चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।